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बेलहर प्रखंड के बेला गांव में फेल हो रही नल-जल योजना, पेयजल की किल्लत

मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत हर घर जल का नल योजना शुरू होने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है। विभाग की लापरवाही यह है कि मिनी जलापूर्ति योजना के तहत टंकी भी बनाई गई है और लोगों के घरों तक नल भी...

बेलहर प्रखंड के बेला गांव में फेल हो रही नल-जल योजना, पेयजल की किल्लत
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Apr 2017 01:00 AM
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मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत हर घर जल का नल योजना शुरू होने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है। विभाग की लापरवाही यह है कि मिनी जलापूर्ति योजना के तहत टंकी भी बनाई गई है और लोगों के घरों तक नल भी पहुंचाया गया है, लेकिन पानी लोगों को उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। यह हाल है बेलहर प्रखंड के नक्सल प्रभावित गांव बेला का। जहां मिनी जलापूर्ति योजना के तहत पीएचईडी विभाग द्वारा गांव में दो-दो 5 हजार लीटर का टंकी के साथ-साथ गांव में तीन छोटी टंकी लगाई गई है। इसके अलावे 15 नल की टोंटी भी लगायी गयी है, ग्रामीण जब भी नल की टोंटी खोलते है तो उन्हें बस निराशा हाथ लगती है।

क्या कहत हैं ग्रामीण : बेला गांव के ईश्वर यादव, लालजित यादव, नरेश यादव, डोमन यादव, भरत यादव, संजय यादव, नंदलाल यादव, प्रमोद यादव, गुडडू यादव, सुवाश यादव, विन्देश्वरी यादव, विनोद यादव, सरिता देवी, पंचा देवी, उर्मिला देवी, वार्ड सदस्या नुनबतिया देवी, मनोज यादव आदि ने बताया कि गांव में इतना सारा ताम झाम लगाने के बाद भी पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बेला में लगे पेयजलापूर्ति योजना के ऑपरेटर संतोष कुमार यादव ने बताया कि इस योजना का संवेदक समस्तीपुर का राहुल कुमार योजना को आधा अधुरा छोड़ कर चंपत हो गया है। तीनों मिनी टंकी का काम पूरा नहीं हुआ है, टंकी का पेंदा का सतह चूता है। जिससे टंकी में पानी ठहर नहीं पाता है और टोंटी बंद हो जाते हैं। तीन छोटी टंकियों में से मात्र एक टंकी ही चालू है। जबकि दो बडी टंकियों से गांव में 15 स्टेंड नल को पानी सप्लाई पाईप लाईन से किया जाता है। लेकिन 15 में से तीन टोंटी खराब पडा है, कई में पानी कम देता है। लेकिन मरम्मत के लिए तकनीशियन को बुलाने पर आता ही नहीं है। बेला की आबादी करीब 6 हजार लोगों की है। लेकिन योजना के आधा अधुरा रहने, टोंटी की संख्या कम होने और खराबी के कारण लोगों को पर्याप्त पेयजल नहीं मिल पा रहा है।

क्या कहते हैं अभियंता : पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि बेला गांव में पेयजलापूर्ति योजना में जो भी गड़बड़ी है, एक सप्ताह के अंदर ठीक करायी जाएगी। सभी छोटी टंकियों को चालू किया जाएगा। पेयजल की कमी का सामना नहीं करना पडे़गा।

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