कानपुर में न कूड़ाघर रहेंगे और न होगी खुदाई
कानपुर में कूड़ाघर ही खत्म हो जाएंगे। घरों से न तो कूड़ा उठाने की जरूरत पड़ेगी और न बहार कूड़ा फेंकने की भी आवश्यकता बचेगी। स्वीडन कानपुर के कूड़े का इस्तेमाल करेगा। कूड़े से स्वीडन बिजली के साथ गैस भी...
कानपुर में कूड़ाघर ही खत्म हो जाएंगे। घरों से न तो कूड़ा उठाने की जरूरत पड़ेगी और न बहार कूड़ा फेंकने की भी आवश्यकता बचेगी। स्वीडन कानपुर के कूड़े का इस्तेमाल करेगा। कूड़े से स्वीडन बिजली के साथ गैस भी बनाएगा।
नगर अफसरों के साथ बैठक में स्वीडन के अधिकारियों ने कई समझौते किए। इसके तहत अब शहर में जगह-जगह खुदाई की समस्या भी समाप्त हो जाएगी, इस समस्या के समाधान के लिए अब डक्ट बनेंगे जिससे सारी लाइनें गुजरेंगी। पाइप के जरिए ही कूड़ा जाएगा, स्वीडन की कंपनी पाइप से कूड़ा खींच कर प्लांट तक पहुंचाएगी। तय हुआ कि पहले चरण में 900 करोड़ खर्च होगा, कंपनी बाग से फूलबाग तक 22 हजार मकानों को पहले चरण से फायदा होगा। अगले चरणों बाकी शहर भी इससे जुड़ जाएगा।