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मिले वही गोद, फिर वही मां मिले...

'मांग ले मन्नत कि फिर यही जहां मिले, मिले वही गोद फिर वही मां मिले।' कुछ इसी तरह की भावनाओं के साथ मदर्स डे पर लाडलों ने मां की पूजा की, तो दुलारा भी। जेब खर्च में कटौती कर मम्मियों के लिए उपहार दिए...

मिले वही गोद, फिर वही मां मिले...
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 14 May 2017 06:21 PM
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'मांग ले मन्नत कि फिर यही जहां मिले, मिले वही गोद फिर वही मां मिले।' कुछ इसी तरह की भावनाओं के साथ मदर्स डे पर लाडलों ने मां की पूजा की, तो दुलारा भी। जेब खर्च में कटौती कर मम्मियों के लिए उपहार दिए और बदले में ढेर सारी दुआएं लीं। आधी रात के बाद से ही बधाई संदेशों का तांता लग गया था, जो पूरे दिन जारी रहा।

रविवार को मदर्स डे पर भी वही उत्साह रहा, जो आमतौर पर युवाओं से जुडे़ अन्य दिवसों पर होता है। ममता की छांव तले पाल- पोसकर बड़ा करने वाली मां के लिए विशेष इस दिन का इंतजाम भी अलहदा ही हुआ था। स्कूलों व संस्थाओं की ओर से एक- दो रोज पहले से ही कार्यक्रम आयोजित होते रहे, लेकिन रविवार को घर- घर में उत्सव का माहौल दिखा। कई मम्मियों को तो इसका अंदाजा भी नहीं था।

शहर के कल्पना कालोनी निवासी आशा सिंह को सुबह उठते ही बेटी मिल्की व बेटा शान ने पकड़कर दुलारना शुरू कर दिया, तो वह एकबारगी चौंक गई। कुछ देर बाद उन्हें हकीकत की जानकारी हुई, तो भावुक हो गईं। इसी तरह जिला अस्पताल रोड की रहने वाली अर्चना चौबे को पुत्र अनी व पुत्री गुनगुन ने विश किया, तो उनके चेहरे पर खुशी छलक उठी। मदर्स डे पर मोबाइल व सोशल साइट्स भी दिन भर व्यस्त रहे। युवाओं ने दोस्तों को भी बंधाई संदेश भेजे। इसी तरह फेसबुक पर तमाम लोगों ने मदर्स डे खूब बधाई संदेश पोस्ट किए। बाजार में मदर्स डे स्पेशल गिफ्ट व ग्रीटिंग कार्ड की बिक्री हुई। शहर के कई घरों में मदर्स डे पर खास आयोजन भी किया गया था। रविवार को छुट्टी होने के कारण पूरे परिवार ने इसका आनंद लिया।

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