आज है शनि प्रदोष व्रत, ये है व्रत का पूरा विधि-विधान
चैत्र कृष्ण पक्ष में शनि प्रदोष व्रत 25 मार्च 2017 दिन शनिवार को होगा। सनातन धर्म में पुत्र की कामना से किया जाने वाला यह शनि प्रदोष व्रत अति महत्त्व और अति शुभफल दायक होता है। इस व्रत से
चैत्र कृष्ण पक्ष में शनि प्रदोष व्रत 25 मार्च 2017 दिन शनिवार को होगा। सनातन धर्म में पुत्र की कामना से किया जाने वाला यह शनि प्रदोष व्रत अति महत्त्व और अति शुभफल दायक होता है। इस व्रत से शिव की कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि प्रदोष के समय महादेव जी कैलाश पर्वत के रजत भवन में खुश होकर नृत्य करते है और समस्त देवता गण उनके गुणों का गान करते है। हर महीने के शुक्ल एवं कृष्ण दोनों पक्षों के त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान भोले नाथ एवं माता पार्वती का पूजन अर्चन किया जाता है। प्रदोष व्रत का पालन, सफलता, शांति एवं समस्त इच्छाओं की पूर्ति करने वाला होता है।
पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि शनिवार के दिन प्रदोष पड़ने से इस प्रदोष को शनि प्रदोष कहा जाता है। शनिवार को व्रत रहकर भगवान भोले नाथ एवं माता पार्वती का पूजन अर्चन करना श्रेष्ठ फल प्रदान करता है। पुत्र की कामना से किया जाने वाला यह व्रत मनोकामना पूर्ति करने वाला होता है। शनि ग्रह के गुरु भगवान भोले नाथ है इसी कारण इस व्रत का महत्त्व और बढ़ जाता है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें विधि
ज्योतिष की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
आज है शनि प्रदोष व्रत, ये है व्रत का पूरा विधि-विधान
ऐसे करें व्रत
व्रत रहने वाले को त्रयोदशी के दिन सूर्योदय पूर्व उठना चाहिए।
नित्य कर्मो से निवृत होकर भगवान शिव का स्मरण करना चाहिए।
पूरा दिन निराहार व्रत रहना चाहिए।
सूर्यास्त से पूर्व स्नान आदि कार्य से निवृत होकर श्वेत वस्त्र धारण करें।
मंडप में पांच रंगों का उपयोग करते हुए रंगोली बनाये।
पूजा पाठ करने के लिए कुश के आसन का प्रयोग करें।
उत्तर -पूर्व दिशा की ओर मुख करके भगवान शंकर का पूजन करें।
आस्था से जुड़ी हर खबर पढ़ें सिर्फ यहां
इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
आज है शनि प्रदोष व्रत, ये है व्रत का पूरा विधि-विधान