आज से पंचक शुरू, भूलकर भी न करें ये काम
शास्त्रों में पंचक चन्द्रमा की स्थिति पर आधारित गणना है। गोचर में चन्द्रमा जब कुंभ राशि से मीन राशि तक रहता है तब इसे पंचक कहा जाता है, इस दौरान चंद्रमा पांच नक्षत्रों में से गुजरता है। ज्योतिषश
शास्त्रों में पंचक चन्द्रमा की स्थिति पर आधारित गणना है। गोचर में चन्द्रमा जब कुंभ राशि से मीन राशि तक रहता है तब इसे पंचक कहा जाता है, इस दौरान चंद्रमा पांच नक्षत्रों में से गुजरता है। ज्योतिषशास्त्र में कुछ नक्षत्रों में शुभ कार्य करना सही नहीं माना जाता। इन नक्षत्रों के किसी भी चरण में शुभ कार्य करने से बाधा आती है।
इस बार पंचक 25 फरवरी सुबह 7 बजकर 11 मिनट से शुरु हो गया है। जो 1 मार्च की शाम 5 बजकर 10 मिनट तक चलेगा। इस पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है। इस पंचक में किसी भी तरह का निर्माण कार्य, मशीनरी कामों की शुरुआत करना अशुभ माना गया है। आइए जानते है किस दिन शुरू हो रहे पंचक का क्या मतलब है।
आज से पंचक शुरू, भूलकर भी न करें ये काम
सोमवार से शुरू हुआ पंचक राज पंचक कहलाता है, यह पंचक शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान सरकारी कार्यों में सफलता हासिल होती है और बिना किसी बाधा के संपत्ति से जुड़े मसलों सुलझ जाते है।
मंगलवार से शुरू हुए पंचक के दौरान आग लगने का भय रहता है। इस दौरान औजारों की खरीददारी, निर्माण या मशीनरी का कार्य नहीं करना चाहिए।
शनिवार से शुरू हुआ पंचक सबसे ज्यादा घातक होता है। इसे मृत्यु पंचक कहा जाता है। अगर इस दिन किसी कार्य की शुरुआत करने से व्यक्ति को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इस दौरान कोई भी जोखिम भरा कार्य नहीं करना चाहिए। इस दौरान व्यक्ति की मौत तक हो सकती है।
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इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।
आज से पंचक शुरू, भूलकर भी न करें ये काम