चैत्र नवरात्र 28 मार्च से, पढ़ें क्या है कलश स्थापना का मुहूर्त
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हर साल में चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ महीनों में चार बार नवरात्र आते हैं, लेकिन चैत्र और आश्विन माह की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक चलने वाले नवरात्र ही ज्यादा लोकप्रिय हैं जिन्हें मां भगवती की आराधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। धर्म ग्रंथों, पुराणों के अनुसार चैत्र नवरात्रों का समय बहुत ही भाग्यशाली बताया गया है। इसका एक कारण यह भी है कि प्रकृति में इस समय हर और नये जीवन का, एक नई उम्मीद का बीज अंकुरित होने लगता है। जनमानस में भी एक नई उर्जा का संचार हो रहा होता है।
लहलहाती फसलों से उम्मीदें जुड़ी होती हैं। सूर्य अपने उत्तरायण की गति में होते है। ऐसे समय में मां भगवती की पूजा कर उनसे सुख-समृद्धि की कामना करना बहुत शुभ माना गया है। क्योंकि बसंत ऋतु अपने चरम पर होती है इसलिए इन्हें वासंती नवरात्र भी कहा जाता है। धर्म एवं स्थिर लोक व्यवस्था की स्थापना होगी।
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चैत्र नवरात्र 28 मार्च से, पढ़ें क्या है कलश स्थापना का मुहूर्त
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार 28 मार्च से ही वासन्तिक नवरात्र की शुरुआत होगी क्योंकि 28 मार्च 2017 दिन मंगलवार को दिन में 08 बजकर 14 मिनट पर प्रतिपदा तिथि लग रही है जो अगले दिन सुबह 06:32 बजे तक रहेगी, इसलिए इसके बाद रात 04:34 बजे तक द्वितीया तिथि होगी अतः नवरात्र का आरम्भ 28 से ही माना जायेगा। कलश स्थापना सुबह साढ़ें आठ बजे के बाद कर सकते हैं। अभिजीत मुहूर्त्त मध्यान्ह 11:35 बजे से 12:23 तक रहेगा। इस प्रकार प्रतिपदा 28 मार्च को दिन में 8 बजकर 26 मिनट पर शुरु होगी। 5 अप्रैल 2017 दिन बुधवार को दोपहर दिन में 12:50 बजे तक ही नवरात्र होगा,उसके बाद दशमी तिथि लग जाएगी । साथ ही इस दिन प्रभु श्री राम की जयतीं यानी रामनवमी भी मनाई जायेगी।
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