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दिवाली से पहले करें ये उपाय कभी नहीं होगी धन की कमी...

दिवाली यानि की दीपावली से पहले आने वाला पुष्य नक्षत्र इस त्योहार में खरीदारी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। अगर यह नक्षत्र सोमवार, गुरुवार और रविवार को आता है तो यह नक्षत्र ज्यादा फलदायी होता है। इस...

दिवाली से पहले करें ये उपाय कभी नहीं होगी धन की कमी...
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Oct 2016 03:08 PM
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दिवाली यानि की दीपावली से पहले आने वाला पुष्य नक्षत्र इस त्योहार में खरीदारी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। अगर यह नक्षत्र सोमवार, गुरुवार और रविवार को आता है तो यह नक्षत्र ज्यादा फलदायी होता है। इस साल कार्तिक अमावस्या से पहले पुष्य नक्षत्र दो दिन का पड़ रहा है। इस दिन आपकों अपने आराध्य देव और कुलेदवता की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा से मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती है और आपके घर में धनवर्षा होती है।

पुष्य नक्षत्र के दिन नए बही-खातों और लिखापठी की चीजों को शुभ मुहूर्त में खरीद कर उन्हें व्यापारिक प्रतिष्ठान में स्थापित करना चाहिए। साथ ही सोना-चांदी, बहुमूल्य रत्न, ज्वैलरी आदि भी खरीदना शुभ होता है।

पुष्य नक्षत्र पर खरीदारी का शुभ मुहुर्त

सुबह 9 से 10.30 
सुबह 10. 31 से 12 बजे और शाम 7:30 से 9:01 तक  
दोपहर 1:30 से 3 बजे और 8 से 7:30 बजे तक 

घर में नहीं होगी पैसों की कमी

रविपुष्य नक्षत्र पर एकाक्षी नारियल का पूजन करने से घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं रहती है। इस नारियल में ऊपर की ओर एक आंख का के जैसे निशान होता है इसलिए इसे एकाक्षी नारियल कहा जाता है। इसे साक्षात देवी मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। अगर रवि पुष्य नक्षत्र के दिन एकाक्षी नारियल की विधि-विधान से पूजा की जाए तो घर में धन और वैभव बना रहता है। 

पूजन और स्थापना का विधि-विधान

  • नहाने के बाद सफेद वस्त्र पहने। इसके बाद रविपुष्य नक्षत्र के दिन शुभ मुर्हूत में थाली में चंदन या कुंकुम से अष्ट दल बनाकर उस पर इस नारियल को रख दें और अगरबत्ती व दीपक लगा दें।
  • अब नारियल को गंगा जल से शुद्ध करके फूल, चावल, फल और प्रसाद चढ़ाएं। साथ ही नारियल को लाल रंग की चुन्नी भी चढ़ाएं।
  • इसके बाद एकाक्षी नारियल को रेशमी कपड़े से लपेट दें और उससे पहले केसर से यह मंत्र लिखें-
  • ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं महालक्ष्मीं स्वरूपाय एकाक्षिनालिकेराय नम: सर्वसिद्धि कुरु कुरु स्वाहा।  
  • ॐ ऐं ह्रीं श्रीं एकाक्षिनालिकेराय नम: मंत्र पढ़ते हुए उस पर 108 गुलाब की पंखुडियां चढ़ाएं। हर पखुंड़ी चढ़ाते समय इस मंत्र का उच्चारण करते रहें।
  • अगले दिन से दिवाली तक रोज 21 गुलाब से पूजा करें और उस रेशमी वस्त्र में लिपटे हुए नारियल को पूजा स्थान पर रख दें। इस प्रकार एकाक्षी नारियल को स्थापित करने से घर में सदा धन-वैभव बना रहता है।
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