किसान हैफेड व एचएसडीसी केंद्रों से प्राप्त कर सकते हैं बीज
किसान सब्जियों के साथ फलों का उत्पादन भी बढ़ा सकेंगे। इसके लिए बागवानी विभाग किसानों को राष्ट्रीय विकास योजना के तहत गर्मियों की फसल तरबूज, ककड़ी, खरबुजा, खीरा, व अन्य फल व सब्जियों के नई हाइब्रेड...
किसान सब्जियों के साथ फलों का उत्पादन भी बढ़ा सकेंगे। इसके लिए बागवानी विभाग किसानों को राष्ट्रीय विकास योजना के तहत गर्मियों की फसल तरबूज, ककड़ी, खरबुजा, खीरा, व अन्य फल व सब्जियों के नई हाइब्रेड वैरायटी के बीज मुहैया करा रहा है। यानी किसानों को पैदावार बढ़ाने के लिए नए हाइब्रेड वैरायटी के सब्जियों व फलों के बीजों के लिए भटकने की जरुरत नही है। और न ही अधिक पैसा खर्च करने की जरुरत है। किसान यह बीज हैफेड व एचएसडीसी के केंद्रों से प्राप्त कर सकते हैं।
शहर में अभी तक हाइब्रेड वैरायटी के सब्जियों व फलों के बीज नही मिल रहे थे। किसानों को यह दूसरे प्रदेशों से खरीद कर लाने पड़ते हैं। कृषि विशेषज्ञ के मुताबिक नई वैज्ञानिक तकनीक के बीजों से किसान कम रकबे में कई गुणा पैदावार बढ़ा सकते हैं। किसानों का विकास करने की पहल के लिए उन्नत नई हाइब्रेड वैरायटी के फलों व सब्जियों के बीज विभाग द्वारा केंद्रों से दिए जा रहे हैं।
बागवानी विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी दयाशंकर यादव का कहना है कि किसान नए उन्नत बीजों का लाभ उठा अपनी पैदावार को बढ़ा सकते हैं। इसलिए विभाग राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 50 प्रतिशत की छुट किसानों को मुहैया करा रहा है। किसान हैफेड व एचएसडीसी के केंद्रों से बीजों को खरीद सकते हैं।