एनसीआर चैनल की क्षमता बढ़ने से पेयजल समस्या होगी दूर
वित्त, वन एवं पर्यावरण मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की छवि अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि 1972 के बाद भूपेन्द्र...
वित्त, वन एवं पर्यावरण मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की छवि अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि 1972 के बाद भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार एक ही पार्टी कांग्रेस की सरकार हरियाणा में बनी हैं और लोगों ने प्रदेश में कांग्रेस को दोबारा से जनसमर्थन दिया है। उन्होंने एनसीआर चैनल की क्षमता में बढ़ोतरी, पेयजल समस्या को दूर करने सहित अन्य समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की।
कैप्टन यादव की अक्तुबर विधानसभा चुनाव के बाद गुडगांव में अधिकारियों के साथ शनिवार को पहली बैठक थी। उन्होंने अपने प्रथम आगमन पर अधिकारियों को सरकार की मंशा से अवगत करवाया और कहा कि वे आम जनमानस की समस्याएं सुनें व सरकार की नीतियों को लागू करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे वरिष्ठ नागरिकों, जनप्रतिनिधियों जैसे विधायक, पार्षद, सरपंच, भूतपूर्व सैनिक तथा सेवारत सैनिकों का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बारिश कम होने के कारण भाखड़ा बांध में चालीस फिट पानी कम हैं। इस कारण पानी की किल्लत हो सकती है। गुडगांव में पर्याप्त मात्र में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए बनाई जा रही एनसीआर चैनल की क्षमता बढ़ाई जा रही है।
चैनल अगले एक वर्ष में तैयार हो जाएगी। मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे प्रदूषण रोकने के लिए कारगर कदम उठाएं। उन्होंने बताया कि अब राज्य सरकार ने चालीस माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक लिफाफों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा नहीं करने वालों के लिए सजा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने एग्रो वानिकी को प्रोत्साहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे विभाग द्वारा लगाए जाने वाले पौधों को जीवित रखने पर ध्यान दें क्योंकि विभाग द्वारा हर वर्ष लाखों रूपए पौधारोपण पर खर्च किया जा रहा है। कप्तान यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों का पुन: सर्वेक्षण करवाने का निर्णय लिया है ताकि कोई भी वास्तविक लाभपात्र न छूटें। उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था सम्मान पेंशन का सर्वेक्षण चल रहा है और इसमें अधिकारीगण यह ध्यान रखें कि दस दस वर्ष से पेंशन ले रहा कोई बुजुर्ग यदि किसी कारणवश गांव से बाहर गया हुआ हो तो उसकी पेंशन न कटें।