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सचिन टी20 के लिए अनफिटः बुकानन

नित नए विवादों में उलझते रहने वाले पूर्व आस्ट्रेलियाई कोच जॉन बुकानन ने अब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को टी 20 क्रिकेट के लिए अनफिट बताकर एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है। बुकानन ने अपनी नई...

सचिन टी20 के लिए अनफिटः बुकानन
एजेंसीThu, 09 Jul 2009 07:41 PM
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नित नए विवादों में उलझते रहने वाले पूर्व आस्ट्रेलियाई कोच जॉन बुकानन ने अब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को टी 20 क्रिकेट के लिए अनफिट बताकर एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है।

बुकानन ने अपनी नई किताब में लिखा है कि सचिन को निश्चित रूप से क्रिकेट जगत के एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में याद किया जाएगा लेकिन अपने कैरियर के इस मुकाम पर वह टी 20 क्रिकेट खेलने के लिए मुफीद नहीं रह गए हैं।

बुकानन ने टी 20 क्रिकेट पर केंद्रित इस किताब में लिखा है कि फटाफट संस्करण में शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी करते समय न केवल फिटनेस और दक्षता बल्कि ताकत और नई सोच के साथ गेंदबाजों पर हावी होने की क्षमता की भी दरकरार होती है।

उन्होंने कहा कि क्रिकेट के इस नए संस्करण में ओपनर अथवा नंबर तीन बल्लेबाज को निडर और कुछ नई आजमाइमश के लिए तैयार होना होता है। मुझे नहीं लगता है कि अपने कैरियर के इस मुकाम पर सचिन के भीतर ये सभी खूबियां मौजूद हैं। सचिन अब भी एक महान खिलाड़ी हैं लेकिन टी 20 के लिए ऐसा नहीं कह सकते हैं।

बुकानन की सचिन के बारे में यह राय मौजूदा आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के बीच हुई उस रायशुमारी के चंद दिनों बाद ही सामने आई है जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विपक्षी बल्लेबाज के बारे में उनके विचार मांगे गए थे। उस सर्वे में सचिन को आश्चर्यजनक तौर पर एक भी मत नहीं मिला था जबकि वह आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और वनडे क्रिकेट दोनों में बेहद कामयाब रहे हैं।

हाल के दिनो में अपने अजीबोगरीब फैसलों के कारण चर्चित रहे बुकानन ने पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट कमेंटेटर सुनील गावस्कर को भी अपनी आलोचना का शिकार बनाया है। बुकानन ने अपनी किताब में गावस्कर को पक्षपात और परंपरा से प्रभावित व्यक्ति बताया है। गौरतलब है कि गावस्कर कई मौकों पर बुकानन की नीतियों को गलत ठहरा चुके हैं।

विस्फोटक भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह भी बुकानन के वार से बच नहीं पाए हैं। बुकानन ने कहा है कि युवराज हमेशा सौरव गांगुली की नकल ही करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि युवराज कई मायनों में आधुनिक दौर के गांगुली बनना चाहते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता है कि उनके भीतर वह करिश्मा और गरिमा है जो गांगुली के पास थी।

गांगुली के बारे में बुकानन की कलम से निकले ये शब्द कई लोगों को अटपटे लग सकते हैं। आखिर गांगुली की कप्तानी में ही भारत ने बुकानन के मार्गदर्शन में खेल रहे कंगारूओं को हार का कड़वा घूंट पीने के लिए मजबूर किया था। इसके अलावा कुछ महीने पहले कोलकाता नाइटराइडर्स की कप्तानी से गांगुली को हटाए जाने के पीछे भी बुकानन ही जिम्मेदार माने जा रहे थे।

मगर अब गांगुली बुकानन को काफी पसंद आने लगे हैं। उन्होंने उनके नेतृत्व कौशल की तारीफ करते हुए कहा है कि वह आस्ट्रेलिया के महान कप्तान इयान चैपल की तरह प्रभावी रहे हैं। गांगुली ने अपनी कप्तानी में भारत को एक नए शिखर तक पहुंचाया था।

लेकिन गांगुली के पसंदीदा ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह बुकानन की तारीफ नहीं हासिल कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि हरभजन विवाद को जन्म देने और अपने बर्ताव को सही साबित करने का तरीका खोजने में माहिर हैं। लेकिन एंड्रयू साइमंड्स वाले प्रकरण में वह उल्टा प्रहार ठीक से झेल नहीं पाए।

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