सरकार को तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा
सरकार ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों (बीपीएल) को परिभाषित करने की प्रक्रिया और उनकी सूची को लेकर भ्रम की स्थिति है और वह तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर...
सरकार ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों (बीपीएल) को परिभाषित करने की प्रक्रिया और उनकी सूची को लेकर भ्रम की स्थिति है और वह तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है।
कृषि मंत्री शरद पवार ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह विशेष विषय गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का मामला़ हमारे समक्ष है। जिस पर अंतिम निर्णय लिया जाना है। बीपीएल सूची और उसके मापदंड निर्धारित करने के बारे में हमें हर राज्य से शिकायतें मिल रही हैं और सुझव भी प्राप्त हो रहे हैं।
पवार ने कहा कि वास्तव में हमारे पास दो तीन विशेषज्ञों की रिपोर्टे भी हैं। विशेषज्ञों की ये रिपोर्टें काफी भ्रम पैदा करती हैं। उन्होंने कहा कि कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि देश की 32 प्रतिशत आबादी बीपीएल के तहत आती है जबकि कुछ का दावा है कि यह आंकड़ा 82 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अब तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।