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एक तरफ मानवीय तो दूसरी तरफ वाणिज्यिक होगा ममता का रेल बजट

रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा लोकसभा में शुक्रवार को आम आदमी का रेल बजट पेश किए जाने की संभावना है। ममता का रेल बजट एक तरफ मानवीय होगा तो दूसरी तरफ वाणिज्यिक भी। समझ जाता है कि यह नए युग से ताल...

एक तरफ मानवीय तो दूसरी तरफ वाणिज्यिक होगा ममता का रेल बजट
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 01 Jul 2009 11:32 PM
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रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा लोकसभा में शुक्रवार को आम आदमी का रेल बजट पेश किए जाने की संभावना है। ममता का रेल बजट एक तरफ मानवीय होगा तो दूसरी तरफ वाणिज्यिक भी। समझ जाता है कि यह नए युग से ताल मिलाकर चलनेवाला एक संतुलित रेल बजट होगा।

ममता का यह तीसरा रेल बजट है। इसके पहले 2000-2001 और 2001-2002 का रेल बजट उन्होंने पेश किया था। पहले के दोनों रेल बजटों की तरह तीसरे रेल बजट में भी ममता यात्री किराए में कोई बढ़ौती नहीं करने जा रही हैं। यही क्या, आर्थिक मंदी के बावजूद वे सरकारी कोष पर बहुत भार नहीं देंगी। वे देशव्यापी रेल सेवा के विकास को सुनिश्चित करने के लिए ही सरकारी कोष पर निर्भर करेंगी।

समझ जाता है कि मंदी को देखते हुए रेल मंत्री खर्च घटाने और परंपरागत स्रोतों के बाहर भी विभिन्न वैकल्पिक क्षेत्रों से वे आय बढ़ाने का प्रस्ताव करेंगी। ममता के रेल बजट में माल गाड़ियों के गमनागमन को बढ़ाकर आय बढ़ाने के साथ ही माल भाड़ा बढ़ाने का प्रस्ताव हो सकता है। इसके अलावा आय बढ़ाने के लिए वे रेलवे की जमीन के वाणिज्यिक इस्तेमाल का प्रस्ताव भी कर सकती हैं।

सूत्रों के मुताबिक ममता अपने गृह प्रदेश में कई रेल परियोजनाओं की घोषणा जरूर करेंगी पर दूसरे राज्यों को भी वंचित नहीं करेंगी। इसके पहले जब वे रेल मंत्री थीं तो अपने पहले ही रेल बजट में बंगाल को सियालदह-राजधानी एक्सप्रेस व चार अन्य ट्रेनों का उपहार उन्होंने दिया था। दूसरे रेल बजट में भी उन्होंने कई ट्रेनें अपने राज्य को दी थीं। इस बार भी वे ऐसा करेंगी।

इस बार ममता के प्रस्तावित रेल बजट में हुगली के आरामबाग व उससे संलग्न इलाकों को बांकुड़ा जिले के स्टेशनों से जोड़ने का ऐलान हो सकता है तो दमदम से बरानगर की मेट्रो के विस्तार के लिए अलग राशि और लिलुआ, काचंरापाडा़ व खड़गपुर में रेल मरम्मत कारखानों के लिए अतिरिक्त बजट का प्रस्ताव भी।

उसी के समानांतर असम, त्रिपुरा समेत पूर्वोतर की सीमांत रेलवे की विभिन्न शाखाओं के विस्तार व उनके आधुनिकीकरण, लुधियाना-हावड़ा फ्रेट करिडर को जल्द पूरा करने और कश्मीर की रेल सेवा परियोजनाओं के प्रस्ताव किए जाने की भी संभावना है।

हफ्ते में एक बार चलनेवाली कतिपय दूरगामी ट्रेनें ज्यादा दिन चलाने का प्रस्ताव भी रेल मंत्री कर सकती हैं। ममता के रेल बजट में जिन सेक्शनों की डबलिंग का प्रस्ताव हो सकता है, वे हैं-साहेबगंज-भागलपुर, नालीकुल-तारकेश्वर, जिराट-कटवा, मगराहाट-डायमंड हार्बर और घुटियारी शरीफ-कैनिंग।

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