बैंक लॉकर से गहने गायब
एक व्यक्ति द्वारा बैंक के लॉकर में पड़े उसके गहने न मिलने की शिकायत पर वीरवार को सनसनी फैल गई। हालांकि लॉकर उसने खुद चाबी से ही खोला था। बैंक मुलाजिमों का कहना है कि एक लॉकर की चाबी एक ही होती है और...
एक व्यक्ति द्वारा बैंक के लॉकर में पड़े उसके गहने न मिलने की शिकायत पर वीरवार को सनसनी फैल गई। हालांकि लॉकर उसने खुद चाबी से ही खोला था। बैंक मुलाजिमों का कहना है कि एक लॉकर की चाबी एक ही होती है और लॉकर से सामान जाना असंभव है। पुलिस ने इस शिकायत पर डीडीआर लिखकर फॉरेंसिक जांच कराने का फैसला लिया है। कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
सेक्टर-20 निवासी हरमिंदर सिंह और उनकी पत्नी विनीता ने सेक्टर-22 स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में लॉकर ले रखा है। वीरवार दोपहर हरमिंदर ने लॉकर खोला और कुछ देर बाद पुलिस बुला ली और शिकायत की कि लॉकर से उसके करीब दस लाख रुपए के गहने गायब हैं। पुलिस ने बैंक के चीफ मैनेजर और स्टाफ से जानकारी एकत्र की। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि लॉकर से चोरी हुई है। पुलिस ने फॉरेंसिक जांच कराने का फैसला लिया है।
एएसपी मधुर वर्मा ने कहा कि शिकायत आई है, लेकिन पड़ताल करने पर पता चला है कि 16 मई को हरमिंदर ने लॉकर ऑपरेट किया था। उसके बाद उसने वीरवार को लॉकर खोला। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स से जांच कराई जाएगी कि कहीं लॉकर से छेड़छाड़ न हुई हो। अगली कार्रवाई जांच की रिपोर्ट के मुताबिक होगी।
सेक्टर-17 थाने के एसएचओ रमेश चंद ने बताया कि बैंक स्टाफ से पूछताछ की गई है। चीफ मैनेजर सुभाष गुप्ता ने बताया कि लॉकर की चाबी ग्राहक के पास होती है, लॉकर खोलने के लिए बैंक से मास्टर की दी जाती है। मास्टर की लगाने के बाद ग्राहक अपनी चाबी से लॉकर खोलता है। लॉकर रूम गोपनीय है और ग्राहक के बिना किसी को कुछ पता नहीं चल सकता कि भीतर क्या हो रहा है। लॉकर ऑपरेट करने के बाद ग्राहक अपनी चाबी से ताला लगाता है और लॉक करने के लिए मास्टर की की जरूरत नहीं होती, इसकी जरूरत सिर्फ लॉक खोलने तक ही सीमित है। हरमिंदर सिंह ने 16 मई को लॉकर ऑपरेट किया था।
हरेक ग्राहक की भांति हरमिंदर सिंह की भी उस दिन रजिस्टर में एंटरी के बाद ही उसे मास्टर की दी गई थी और वीरवार को भी उसने मास्टर की लेकर अपनी चाबी से लॉकर खोला।
एक लॉकर की एक ही चाबी
बैंक स्टाफ का कहना है कि देश भर में करोड़ों लॉकर हैं और हरेक की अपनी अलग चाबी होती है। किसी लॉकर की चाबी अन्य लॉकर को नहीं लग सकती। गड़बड़ी की संभावना सिर्फ ताला तोड़ने की सूरत में ही होती है। यदि लॉक या चाबी खराब हो जाए तो पूरा ताला बदलना पड़ता है।
हरमिंदर से भी हो सकती है पूछताछ
अभी पुलिस हरमिंदर की शिकायत पर फोरेंसिक जांच में जुट गई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यदि फॉरेंसिक जांच में लॉकर में कोई कोताही नहीं आई तो हरमिंदर से भी पूछताछ की जा सकती है कि कहीं उसे कोई गलतफहमी न हुई हो।
काम हुआ प्रभावित
लॉकर से गहने गायब होने की शिकायत पर पुलिस पूछताछ में जुट गई। उधर बैंक में किसी को घुसने नहीं दिया गया। ग्राहक बाहर खड़े रहे और जांच प्रक्रिया को करीब ढाई घंटे लगे।
नहीं रुक रहे थे आंसू
हरमिंदर की पत्नी विनीता भी मामले का पता लगने पर बैंक में पहुंच गई। यह लॉकर हरमिंदर के साथ उसका साझा लॉकर है। जितनी देर जांच चलती रही, विनीता की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, आखिर उसे उसके परिजन बामुश्किल घर ले गए।