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ट्रांसपोर्ट सिस्टम होगा मुंबई और बंगलुरू की तर्ज पर

साइबर सिटी का इंटरनल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को मुंबई और बंगलुरू की तर्ज पर विकसित किए जाने की योजना है। इसके तहत पूरे प्रोजेक्ट को प्राइवेट कंपनी को सौंपने के लिए गंभीरता से विचार विमर्श किए जा रहे...

ट्रांसपोर्ट सिस्टम होगा मुंबई और बंगलुरू की तर्ज पर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 06 Jun 2009 11:34 PM
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साइबर सिटी का इंटरनल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को मुंबई और बंगलुरू की तर्ज पर विकसित किए जाने की योजना है। इसके तहत पूरे प्रोजेक्ट को प्राइवेट कंपनी को सौंपने के लिए गंभीरता से विचार विमर्श किए जा रहे हैं। सरकार मुबंई और बंगलुरू के ट्रांसपोर्ट सिस्टम का अध्ययन कर रही ताकि यह निर्णय लिया जा सके  कि किस मॉडल पर साइबर सिटी परिवहन को चलाया जए। वहीं बस क्यू शेल्टर, बसों की संख्या और सुविधाएं, रूटों के विस्तार सहित अन्य पहलुओं से जुड़े सुझव मांगे गए है ताकि आधुनिक सुविधाएं यात्रियों को मुहैया हो सकें। गुड़गांव-दिल्ली और फरीदाबाद के बीच इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम विकसित करने की दिशा में काम चल रहा है।


राज्य सरकार साइबर सिटी के इंटरनल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को बेहतर करने कई कदम उठा रही है। इसके तहत गुड़गांव सिटी का पूरा ट्रांसपोर्ट सिस्टम ही एक निजी कंपनी को सौंपने की योजना है। इसके लिए कंपनी के पास लगभग तीन से अधिक मार्डन बसें होनी चाहिए। रोडवेज के महाप्रबंधक  विरेन्द्र सहरावत ने हिन्दुस्तान से बातचीत में बताया कि शहर का पूरा परिवहन सिस्टम को मेट्रो सिटी के तौर पर उपलब्ध कराने के लिए मुबंई और बेगंलुरू के यातायात सिस्टम का अध्ययन किया जा रहा है। मुबंई में लोकल बसें, टाटा ग्रुप संचालित कर रही है। उन्होंने बताया कि कुछ अन्य शहरों के यातायात मॉडल को देखा जा रहा है। जीएम ने बताया कि प्राइवेट कंपनी को इसके लिए 200-300 बसें और अलग से बस स्टैंड और मैन पावर की आवश्यकता पडेगी। मिलेनियम सिटी के लोगों को आधुनिक बस क्यू शेल्टर  के बनाने क  दिशा में कार्य चल रहा है। इस बारे में विभाग ने सुझाव मांगे थे ताकि साइबर सिटी में बनने वाले शेल्टर प्रदेश के अन्य जिलों से कुछ हट के हो। उन्होंने बताया कि रोडवेज को जुलाई तक 60 बसें मिलने की उम्मीद है। इन बसों को सिटी बस सेवा के रूप में चलाया जाएगा।


जीएम विरेन्द्र सहरावत ने बताया कि गुड़गांव-दिल्ली और फरीदाबाद को इंटीग्रेटेड सिस्टम से जुड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इससे तीनों शहरों के बीच एक अच्छी परिवहन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। पिछले साल रोडवेज न सिटी बस सेवा की शुरूआत की थी। लेकिन इसका बेहतर परिणाम सामने नहीं आ पा रहा है। वहीं दूसरी ओर विभाग अन्य विकल्पों पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।

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