विजयोन्माद से खबरदार रहे श्रीलंका: बान
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने श्रीलंका को लिट्टे पर विजय के उन्माद में डूबने से सतर्क रहते हुए खबरदार किया है कि श्रीलंका अब युद्ध से प्रभावित हुए लोगों के पुनर्वास पर काम करे और नागरिकों...
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने श्रीलंका को लिट्टे पर विजय के उन्माद में डूबने से सतर्क रहते हुए खबरदार किया है कि श्रीलंका अब युद्ध से प्रभावित हुए लोगों के पुनर्वास पर काम करे और नागरिकों के खिलाफ हिंसा की जंच की अंतरराष्ट्रीय मांगों की सुनवाई करे।
बान ने कहा संयुक्त राष्ट्र श्रीलंका सरकार को लोगों के पुनर्वास हेतु राष्ट्रीय पुनर्गठन करने और राजनीतिक वार्ता के लिए प्रयासों में हर तरह का सहयोग करने के लिए तैयार है।
उन्होंने श्रीलंका को विजयोन्माद में डूबने के खतरे से सतर्क करने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह उन्माद सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लोगों के पुनर्वास के प्रयासों में बाधा डालेगा।
बान ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उस मांग को दोहराया, जिसमें सरकार से युद्ध के दौरान निदरेष लोगों के कथित शोषण के आरोपों की जंच करने को कहा गया था। बान ने श्रीलंका सरकार से कहा कि वह पारदर्शिता बनाने के लिए इन आरोपों की जंच कराए।
बान ने श्रीलंका के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद के सदस्यों से चर्चा के बाद पत्रकारों से कहा यह सबसे जरूरी है कि श्रीलंका सरकार ने जो वादे किए हैं, वह उन्हें पूरा करे।
पिछले महीने श्रीलंका सरकार ने लिट्टे के खिलाफ अपने सैन्य अभियान की समाप्ति की घोषणा की थी। बान की श्रीलंका यात्रा के बाद बान और श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के एक संयुक्त वक्तव्य में कहा गया था कि देश अब युद्ध के बाद एक नए चरण में प्रवेश कर रहा है, जहां उसे राहत, पुनर्वास, पुर्नसंगठन और पुर्नस्थापना संबंधी बहुत सी बाधाओं का सामना करना पड़ेगा।
बान ने कहा मानवाधिकारों के हनन के अगर कोई आरोप हैं तो उनकी उचित जंच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संगठन का पूरा ध्यान श्रीलंका सरकार को हाल के महीनों में विस्थापित हुए 2,90,000 से ज्यादा लोगों के पुनर्वास में मदद करने पर है, साथ ही वह देश को मानवीय सहायता जरी रखने के लिए भी पूरी तरह तैयार है।