स्कॉटलैंड
दो साल पहले दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड ने भी शिरकत की थी। उसमें उसने दो मैच खेले थे। जिसमें एक में उसे हार का सामना करना पड़ा था तो भारत के खिलाफ मैच बारिश में धुल गया...
दो साल पहले दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड ने भी शिरकत की थी। उसमें उसने दो मैच खेले थे। जिसमें एक में उसे हार का सामना करना पड़ा था तो भारत के खिलाफ मैच बारिश में धुल गया था। क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में स्कॉटलैंड की टीम तीसरे स्थान पर थी। जिम्बाब्वे के नहीं आने से उसे आयरलैंड और नीदरलैंड के साथ मौका दिया गया।
टीम:- गेविन हेमिलटन (कप्तान), रेयान वॉटसन, केली कोटजर, नवदीप पूनिया, नील मैकुलम, कॉलेन स्मीथ, क्रेग राइट, जॉन स्टेनडर, जॉन ब्लेन, डिवाल्ड नेल, ग्लैन रोजर्स, रिचर्ड बेटिंगटन, गॉर्डन इमॉन्ड, माजिद हक, फ्रेजर वॉटस।
कोच- पीटर स्टींडेल
मजबूती:- नौसिखिया होने के कारण टीम की परख अभी होनी है। पिछले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के कारण टीम में कुछ अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो बेहतर प्रदर्शन करने का माद्दा रखते हैं।
कमजोरी:- प्रदर्शन में स्थायित्व नहीं। टीम दबाव बर्दाशत नहीं कर पाती। क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रही है, मतलब काफी मेहनत की जरूरत।
ग्रुप डी- इस ग्रुप में स्कॉटलैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें हैं। इसलिए ये ग्रुप भी कमोबेश खासा आसान। ये कयास लगाना बेहद आसान होगा कि इस ग्रुप से कौन सी दो टीमें सुपर-8 में पहुंचेंगी