ऑडिट अकाउंट
अकसर हम निवेश करते वक्त ब्रोकर द्वारा बताई गई इन्फॉरमेशन पर भरोसा करके या फिर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी की उस दौरान की परफॉरमेंस को ही मद्देनजर रख कर फैसला लेते हैं। ऐसे में हम बाजर में कंपनी...
अकसर हम निवेश करते वक्त ब्रोकर द्वारा बताई गई इन्फॉरमेशन पर भरोसा करके या फिर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी की उस दौरान की परफॉरमेंस को ही मद्देनजर रख कर फैसला लेते हैं। ऐसे में हम बाजर में कंपनी की वर्तमान परफॉरमेंस, बाजर से प्राप्त जानकारी के आधार पर ही निर्णय लेते हैं।
लेकिन कभी-कभी इन मानकों पर लिया गया फैसला जोखिम भरा साबित होता है, क्योंकि दीर्घकालिक निवेश के लिहाज से यह जरूरी है कि कंपनी के बारे में भी जानकारी कर ली जाए। अकसर ऐसा देखा जता है कि लंबे समय से बेहतर कर रही कंपनी का शेयर बाजर में एकदम से गिर जाता है जो आपके लिए चौंकाने वाला होता है। ऐसे में निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में इन्फॉरमेशन होना जरूरी है। ऐसे में वाíषक ऑडिट एकाउंट कंपनी के बारे में जनकारी एकत्र करने का बेहतर तरीका है।
यह निवेश के लिए कई जगहों पर उपलब्ध होता है जिसको देखकर निवेशक, अपने निवेश से जुड़े तमाम फैसले ले सकता है। निवेश करने से पहले इसको देखने के कई फायदे हैं। ऑडिट एकाउंट को देखने से उस अकाउंट की विश्वसनीयता बढ़ जाती है। इसके अलावा, प्रत्येक क्वार्टर में हुई स्क्रूटिनी से उस कंपनी के बारे में खासी जानकारी एकत्र हो जाती है।
सामान्यत: स्क्रूटिनी की जरूरत तभी पड़ती है, जा किसी विषय विशेष की जांच करने के लिए या किसी इन्फॉरमेशन के किसी विशेष भाग के प्रति ध्यान आकíषत करने की जरूरत होती है। ऐसे में निवेशक को कंपनी की इन्फॉरमेशन के ारे में बेहतर जानकारी मिल जाती है।
गौर करे
- किसी कंपनी के ऑडिट एकाउंट के बारे में जानकारी एकत्र कर उस कंपनी में किया गया निवेश आपके लिए मुफीद होता है।
- एक्सचेंज में सूचीबद्ध प्रत्येक कंपनी अपना वाíषक ऑडिट एकाउंट रिलीज करती है।