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रांची और हटिया से खुलनेवालीं तमाम ट्रेनें फुल चल रही हैं। रिाव्रेशन हासिल करना टेढ़ी खीर हो गयी है। बमुश्किल एक-दो ट्रेनों में रिाव्रेशन मिल पा रहा है। हालत यह है कि रिाव्रेशन काउंटर पर लंबी लाइन में...

लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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रांची और हटिया से खुलनेवालीं तमाम ट्रेनें फुल चल रही हैं। रिाव्रेशन हासिल करना टेढ़ी खीर हो गयी है। बमुश्किल एक-दो ट्रेनों में रिाव्रेशन मिल पा रहा है। हालत यह है कि रिाव्रेशन काउंटर पर लंबी लाइन में घंटों खड़े रहने के बावजूद लोग निराश लौट रहे हैं। अगले 15-20 दिनों तक ज्यादातर ट्रेनों में ‘नो एवेलेबलिटी’ की स्थिति है। रलवे के लिए अप्रैल से सितंबर तक का महीना पीक सीजन होता है। इस अवधि में शादी से लेकर स्कूलों में अवकाश होता है। एसे में सीट और रिाव्रेशन के लिए मारामारी होती है। हटिया-हावड़ा, हटिया- पटना, हटिया-गोरखपुर, धनबाद-बोकारो-एल्लेपी एक्सप्रेस ट्रेन, रांची-दिल्ली संपर्कक्रांति एक्सप्रेस ट्रेन, हटिया-भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस, तपस्विनी एक्सप्रेस, हटिया-पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस और रांची-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों में अगले कई दिनों तक नो वेकेंसी है। चार मई को बेंगलुरू में इंजीनियरिंग की परीक्षा होनी है। हटिया से बेंगलुरू के लिए सप्ताह में दो दिन ट्रेन है। यशवंतपुर एक्सप्रेस में पिछले महीने से टिकट का आरक्षण बंद है। पांच सौ छात्र वेटिंग लिस्ट में हैं। छात्रों की समस्या को देखते हुए रांची रल मंडल स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रयास कर रहा है। सीनियर डीसीएम विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि जल्द ही इसका फैसला हो जायेगा।

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