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जाापान में भी रिले का विरोध

ाापान के नगानो शहर में शनिवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 18.7 किलोमीटर लंबी ओलंपिक मशाल रिले संपन्न हुई। रिले के दौरान अंडे व टमाटर फेंककर विरोध जताने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बड़ी...

 जाापान में भी रिले का विरोध
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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ाापान के नगानो शहर में शनिवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 18.7 किलोमीटर लंबी ओलंपिक मशाल रिले संपन्न हुई। रिले के दौरान अंडे व टमाटर फेंककर विरोध जताने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती और चीनी समर्थकों की भीड़ के बावजूद थोड़ी देर के लिए रिले में तिब्बत समर्थकों ने व्यवधान डालने की कोशिश की। उधर हालात सामान्य करने के लिए चीन सरकार द्वारा वार्ता शुरू करने की अपील पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री समदोङ रिंपोछे ने कहा कि वार्ता के लिए पहले तिब्बत में सामान्य स्थिति बहाल होनी चाहिए। चीन के इस प्रस्ताव का अमेरिका ने भी स्वागत किया है। रिले के दौरान जापान के मानवाधिकार संगठनों के कुछ कार्यकर्ता भी प्रदर्शनकारियों के साथ चीन के खिलाफ नारे लगा रहे थे। दौड़ के सादे उद्घाटन समारोह में आम लोगों को शामिल होने की क्षाजत नहीं थी। इससे पहले यह मशाल आस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबेरा से यहां लाई गई। इसे 80 धावक जापान के नगानो लेकर आए थे। नगानो में वर्ष 1े ‘विंटर ओलंपिक्स’ का आयोजन हुआ था। एथेंस मैराथन में गोल्ड मेडल विजेता मिजुकी नागुची ने रिले में अंतिम दौड़ पूरी की। हालांकि रिले में कुछ देर के लिए व्यवधान आ गया। इसमें चार जापानी और एक तिब्बत समर्थक ताइवान निवासी को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से तीन को मशाल पर झपटने के आरोप में, चौथे को अंडा फेंकने और पांचवें को टमाटर फेंकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस बीच धर्मशाला में प्रो. रिंपोछे ने एक बयान में कहा कि वार्ता का कोई सार्थक परिणाम तभी प्राप्त हो सकता है जब चीनी नेतृत्व स्थिति की वास्तविकता को स्वीकार करे। रिंपोछे ने कहा कि तिब्बत के मौजूदा संकट के समय हिंसा की समाप्ति में सहयोग के लिए उन्होंने चीनी अधिकारियों से सम्पर्क किया था। दलाईलामा ने स्वयं 1मार्च को चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ से स्थिति को शांत करने में सहयोग करने के लिए अपने प्रतिनिधियों को ोजने का प्रस्ताव दिया था। चीन के इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता सीन मारमैक ने शुक्रवार को कहा था कि यह बहुत उत्साहवर्धक प्रस्ताव है। अमेरिका ने चीन से कहा है कि वह तिब्बत में विदेशी पत्रकारों और राजनयिकों को स्वतंत्रतापूर्वक जाने की छूट दे। गौरतलब है कि अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों के मेजबान के नाते चीन की तिब्बतियों के दमन करने की नीति की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है।

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