राजनीति के अंगने में एक्टरों का क्या काम : धर्मेदं
फिल्मों से राजनीति में आए धर्मेद्र को अब जाकर यह इलहाम हुआ है कि एक्टर का धर्म एक्िटंग है, राजनीति नहीं। इस सिलसिले में अन्य सिने कलाकारों को उनका मशविरा है कि कृपया राजनीति से तौबा कर...
फिल्मों से राजनीति में आए धर्मेद्र को अब जाकर यह इलहाम हुआ है कि एक्टर का धर्म एक्िटंग है, राजनीति नहीं। इस सिलसिले में अन्य सिने कलाकारों को उनका मशविरा है कि कृपया राजनीति से तौबा कर लें। धर्मेद्र जो कि अपने फिल्मी सफर के पचास साल पूरा करने जा रहे हैं, एक बातचीत में कहते हैं- मेरा आशय यह नहीं है कि राजनीति में प्रवेश कोई गलत बात है, लेकिन मेरी राय में किसी अकिभनेता को इस क्षेत्र में नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे उनके फैंस बंट जाते हैं और वे सिर्फ फिल्मी दर्शक नहीं रहते, बल्कि अपने हीरो की सार्वजनिक छवि के कसौटीकार भी हो जाते हैं। यह पूछे जाने पर कि वह सांसद होने के बावजूद संसद की बैठकों में हिस्सा नहीं लेते हैं और अपने संसदीय क्षेत्र बीकानेर में भी नजर नहीं आते, उन्होंने कहा, कौन कहता है कि मैं अपने क्षेत्र की जनता का ख्याल नहीं करता। मैं बीकानेर वासियों के लगातार संपर्क में रहता आया हूं और उनकी हर परशानी दूर करने की कोशिश करता हूं। लेकिन यह जरूर है कि मैंने न फिल्म उद्योग में और न ही राजनीति में, अपनी छवि भुनाने की कभी कोशिश नहीं की। धमेर्ंद्र कहते हैं कि उनका दिल बॉलीवुड में बसता है।ं