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पढ़ने की कला सिखाता एक ब्लॉग

हिंदी ब्लॉग की दुनिया में तकरीबन हर रोज नए ब्लॉग उभर कर सामने आ रहे हैं। इन ब्लॉग में जहां कई रोचक जानकारियां मौजूद रहती हैं, वहीं ये नए-नए प्रयोग भी कर रहे हैं। ऐसा ही एक ब्लॉग है-‘आर्ट ऑफ...

 पढ़ने की कला सिखाता एक ब्लॉग
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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हिंदी ब्लॉग की दुनिया में तकरीबन हर रोज नए ब्लॉग उभर कर सामने आ रहे हैं। इन ब्लॉग में जहां कई रोचक जानकारियां मौजूद रहती हैं, वहीं ये नए-नए प्रयोग भी कर रहे हैं। ऐसा ही एक ब्लॉग है-‘आर्ट ऑफ रीडिंग’, जहां ऑडियो की सहायता से बातें कही जा रही है वहीं पढ़ने की कला भी सिखाई जा रही है। कविता, कहानी, रिपोर्ताज, संस्मरण आदि यहां रोज सुनने को मिल रहे हैं। प्रसिद्ध कवियों की कविता हो या फिर उपन्यासों के अंश, सभी कुछ यहां मौजूद हैं। त्रिलोचन की गजल ‘आप कहते हैं तो अपनी भी सुना देता हूं मैं’ को यहां खास अंदाज में प्रस्तुत किया गया है। इस ब्लॉग पर पाठकों के लिए रविवार को विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। ब्लॉग से जुड़ी बातचीत और साहित्य-सिनेमा से जुड़ी जानकारियों को यहां रविवार को पेश किया जाता है, इसे यहां ‘संडे स्पेशल’ का नाम दिया गया है। इस ब्लॉग को आकाशवाणी से जुड़े कुछ लोग चला रहे हैं। ब्लॉग के परिचय में बताया गया है कि सिर्फ ऑडियो फाइलों का एक अलग ब्लॉग, साहित्य और छपे हुए शब्दों को ज्यादा दूर तक पहुंचा पाएगा और यारों को पसंद भी आएगा। दरअसल, आर्ट ऑफ रीडिंग सुनने-गुनने का ही ब्लॉग है। अपर्णा घोषाल की आवाज में भगवती चरण वर्मा की कहानी ‘दो बांके’ को यहां 15 मिनट की अवधि में प्रस्तुत किया गया है। इस ब्लॉग को लगातार प्रतिक्रिया भी मिल रही है। ‘दो बांके’ को काफी लोगों ने सुना। यहां प्रस्तुत सभी पोस्टों को कोई भी डाउनलोड कर सकता है, इसकी आजादी ब्लॉग के संचालकों ने दी है। जो ब्लॉगर अपने लिखे शब्दों से प्यार करते हैं, उनके लिए इस ब्लॉग में एक खास कोना बनाया गया है। हर हफ्ते किसी एक ब्लॉग की किसी रोचक पोस्ट को यहां ऑडियो रूप में पेश किया जाता है। इस संबंध में ब्लॉग में बताया गया है कि हमने यह ब्लॉग बनाया ही इसलिए है कि आप छपे हुए शब्दों की ध्वन्यात्मक सुंदरता से दो चार हो सकें। कई लोग इतनी अच्छी-अच्छी पोस्टें अपने ब्लॉग पर लिखते हैं, लेकिन उन्हें उतनी तवज्जो नहीं मिल पाती है, जिनकी वो हकदार होती हैं। तो क्यों न हम ऐसी पोस्टों को चुनें और उन्हें पॉडकास्ट की शक्ल में पेश करें! ‘आर्ट ऑफ रीडिंग’ ऐसी ही कई चीजों को एक साथ लेकर चल रही है और आगे बढ़ रही है। खासकर कविताओं और कहानियों के शौकिनों के बीच यह खूब लोकप्रिय है।

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