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मथुरा: ग्रामीणों ने नहीं किया जवान का अंतिम संस्कार, जानते हैं क्यों

नौहझील के गांव अनरदागढ़ी-रायपुर के जवान विजय चौधरी की संदिग्ध हालत में हुई मौत के बाद रविवार सुबह उसका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा। परिजनों ने जवान को शहीद का दर्जा नहीं मिलने तक अंतिम संस्कार से...

मथुरा: ग्रामीणों ने नहीं किया जवान का अंतिम संस्कार, जानते हैं क्यों
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 16 Oct 2016 01:49 PM
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नौहझील के गांव अनरदागढ़ी-रायपुर के जवान विजय चौधरी की संदिग्ध हालत में हुई मौत के बाद रविवार सुबह उसका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा। परिजनों ने जवान को शहीद का दर्जा नहीं मिलने तक अंतिम संस्कार से मना कर दिया था। इस दौरान सेना के जवानों से सवाल-जबाव भी हुए।

लेफ्टिनेंट कर्नल ग्रेवाल ने बताया कि मृत जवान को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। शुक्रवार की शाम 4 बजे असम रायफल्स के सीओ ने विजय चौधरी के पिता वीरेन्द्र के फोन पर हादसे की जानकारी दी। तभी से अनरदागढ़ी-रायपुर में सन्नाटा पसरा हुआ है। विजय चौधरी वर्ष 2004 में असम रायफल्स में भर्ती हुए थे।

वीरेन्द्र सिंह और कांती देवी के चार पुत्रों में वह सबसे बड़े थे। वर्ष 2007 में सीमा देवी के साथ उनकी शादी हुई थी। उनका 4 वर्षीय पुत्र देव चौधरी है। विजय से छोटा ज्ञानदेव सीआईएसएफ में है। वह वर्तमान में छत्तीसगढ़ में तैनात है।

वहीं इन दोनों से छोटा धर्मेन्द्र उत्तर-प्रदेश पुलिस में है। सबसे छोटा रवेन्द्र नौकरी की तैयारी कर रहा है। उनके घर पर शोक प्रकट करने वालों का तांता लगा है। ग्रामीणों के अनुसार विजय चौधरी जनपद दीमापुर में तैनात थे। परिजनों का कहना है कि जवान के शहीद होने संबंधी फैक्स डीएम कार्यालय ना भेजे जाने तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा

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