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सांस्कृतिक गतिविधियां खर्चों में कटौती का आसान निशाना होती हैं: प्रणब

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को संस्कृति के क्षेत्र में सरकारी धन के निवेश पर जोर देते हुए कहा कि पूरी दुनिया में खर्चों में कटौती के लिए सांस्कृतिक गतिविधियां आसान निशाना बन जाती हैं। यहां...

सांस्कृतिक गतिविधियां खर्चों में कटौती का आसान निशाना होती हैं: प्रणब
एजेंसीThu, 02 Mar 2017 08:28 PM
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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को संस्कृति के क्षेत्र में सरकारी धन के निवेश पर जोर देते हुए कहा कि पूरी दुनिया में खर्चों में कटौती के लिए सांस्कृतिक गतिविधियां आसान निशाना बन जाती हैं।

यहां कोच्चि मुजिरिस बिएनाले सेमिनार को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि समकालीन कला हमारे मौजूदा विचारों, भावनाओं, चिंताओं और सोच को व्यक्त करने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है जो आज के समय में हमारे लिए प्रासंगिक हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें कला की जरूरत है। पूरी दुनिया में सांस्कतिक गतिविधियां खर्चों में कटौती का आसान निशाना बन जाती हैं। लेकिन यदि राज्य को उत्प्रेरक के रूप में काम करना है तो उसकी क्या भूमिका होनी चाहिए कौन से संस्थान बनाये जाने चाहिए और कौन से विश्वास बहाली कदम उठाये जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोच्चि बिएनाले फाउंडेशन इस बात का अच्छा केस स्टडी हो सकता है कि जब अलग अलग एजेंसियां संस्कृति और मानवीय भावना की उपलब्धियों को मूल्य प्रदान करने, मानवीय कल्पना की खुशी मनाने और उन उपलब्धियों को विकास का मुख्य मानक बनाने के गहन लक्ष्यों के लिए साथ में काम करती हैं तो क्या संभव है। कोच्चि मुजिरिस बिएनाले उक्त फाउंडेशन द्वारा केरल सरकार के साथ आयोजित अंतरराष्ट्रीय समकालीन कला उत्सव है।
   
राष्ट्रपति ने कहा कि केरल को हमेशा कला और संस्कृति के प्रति उसके धर्मनिरपेक्ष रवैये के लिए जाना जाता है। कोच्चि मुजिरिस बिएनाले इस रवैये का और यहां विद्यमान एकता और समावेश की भावना का गौरवपूर्ण प्रतीक है। उन्होंने कहा कि कला के लिए सरकारी खर्च से मदद मिलती है, निश्चितता आती है और बड़ी संख्या में लोगों के जीवन को छूने का अवसर मिलता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकारी धन में कोच्चि बिएनाले फाउंडेशन जैसे सांस्कतिक संगठनों के सृजन और नवाचार में निवेश का विश्वास देने की क्षमता है। समारोह में केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी सदाशिवम और मुख्यमंत्री पी विजयन ने भी भाग लिया।
 

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