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मुद्दों पर भारी नेताओं के बेतुके बोल

यूपी विधानसभा चुनाव में नेताओं के कड़वे बोल वक्त बीतने के साथ बढ़ते गए। चुनाव प्रचार के दौरान भाषणों में कसाब आया, गधा आया, स्कैम आया, नारियल आया, लेकिन बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आम...

मुद्दों पर भारी नेताओं के बेतुके बोल
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 07 Mar 2017 01:07 AM
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यूपी विधानसभा चुनाव में नेताओं के कड़वे बोल वक्त बीतने के साथ बढ़ते गए। चुनाव प्रचार के दौरान भाषणों में कसाब आया, गधा आया, स्कैम आया, नारियल आया, लेकिन बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आम जनता से जुड़े मुद्दे केवल रस्मी तौर पर उठाए गए। विरोधियों पर हमला बोलने में नेताओं ने सियासी मर्यादाओं का भी ख्याल नहीं रखा।

'कसाब' और 'स्कैम' की अपनी-अपनी परिभाषा
22 फरवरी 2017 : गोरखपुर
यूपी की जनता 'कसाब' नाम की बीमारी से परेशान है। कसाब से मेरा मतलब है, 'क' से कांग्रेस, 'स' से सपा और 'ब' से बसपा। इन तीनों पार्टियों से मुक्ति नहीं मिली तो उत्तर प्रदेश का भला नहीं होगा।
-अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष

23 फरवरी 2017 : अंबेडकरनगर
अमित शाह सबसे बड़े कसाब हैं। उनसे बड़ा आतंकी कोई नहीं है, गुजरात इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। भाजपा के इस कसाब और आतंक का राज यूपी की जनता कतई नहीं चाहती, क्योंकि वह अमन पसंद है।
-मायावती, बसपा सुप्रीमो

27 फरवरी 2017 : गाजीपुर
भाजपा कहती है कि 'क' से कांग्रेस, आपके अखिलेश भैया कहते हैं कि 'क' से कंप्यूटर, 'स' से स्मार्टफोन, जिसके जरिये आप सरकार की नीतियों के बारे में सारी सूचना पा सकते हैं और 'ब' से बच्चे।
-डिंपल यादव, सपा सांसद 

5 फरवरी 2017: मेरठ 
यह चुनाव 'स्कैम' के खिलाफ है। 'स्कैम' का मतलब है, 'एस' से समाजवादी, 'सी' से कांग्रेस, 'ए' से अखिलेश और 'एम' से मायावती। जब तक उत्तर प्रदेश को 'स्कैम' मुक्त नहीं किया जाएगा, तब तक यहां सुख-चैन नहीं आएगा।
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री


औरैया
एस से सेव, सी से कंट्री, ए से अमित शाह और एम से मोदी। यानी सेव कंट्री फ्रॉम अमित शाह एंड मोदी। देश को 'स्कैम' से बचाना है। जिनके नाम में 'ए' और 'एम' आता है, देश को उनसे बचाना है। एक का नाम अमित शाह और दूसरे का नाम मोदी है।
-अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री, यूपी .

कानपुर
मेरे लिए 'स्कैम' का मतलब है, 'एस' से सर्विस (सेवा), 'सी' से करेज (साहस), 'ए' से एबिलिटी (योग्यता) और 'एम' से मॉडेस्टी (विनम्रता)। यूपी में सपा और कांग्रेस के युवा गठबंधन से मोदी के चेहरे का रंग उड़ गया है। 
-राहुल गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष

'गोद लिए बेटे' और बाहरी नेता पर बयानबाजी

16 फरवरी 2017 : हरदोई
कृष्ण यूपी में पैदा हुए और गुजरात में कर्मभूमि बनाई। मैं गुजरात में पैदा हुआ और यूपी ने मुझे गोद ले लिया। मैं ऐसा बेटा नहीं, जो मां-बाप र्की ंचता न करे। गोद लिया बेटा यूपी र्की ंचता करेगा।
-नरेंद्र मोदी 

17 फरवरी 2017 : बछरावां
मोदी जी खुद को यूपी का गोद लिया बेटा बताते हैं। मैं पूछती हूं कि क्या इस प्रदेश को बाहर से किसी को गोद लेने की जरूरत है? क्या यहां नौजवान नहीं हैं? राहुल और अखिलेश के दिलोजान में यूपी है।
-प्रियंका गांधी


21 फरवरी 2017  रायबरेली
‘बेटे मोदी’ ने मां से बहुत वादे किए थे पर एक भी वादा पूरा नहीं किया।
-राहुल गांधी

बिजली के मुद्दे पर नेताओं के बेतुके बोल


28 फरवरी 2017 : देवरिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में विद्युत आपूर्ति न होने की बात करते हैं, मगर वह बिजली के तार छूकर तो देख लें। उसमें करंट है या नहीं है, उन्हें पता लग जाएगा। हम वाराणसी को 24 घंटे बिजली दे रहे हैं। प्रधानमंत्री गंगा मैया की कसम खाकर कहें कि यूपी में बिजली नहीं दी जा रही है।
-अखिलेश यादव


3 मार्च 2017 : मिर्जापुर
मेरी बात छोड़ो, आपके नए साथी राहुल गांधी ने 14 सितंबर को 2016 को खाटसभा की थी और वहां पर उनका हाथ बिजली के तार पर लग गया। कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद घबराए कि राहुल जी का हाथ तार पर लग गया तो मुसीबत हो जाएगी। इस पर राहुल ने कहा था र्कि ंचता मत कीजिए यह यूपी का तार है, इसमें बिजली नहीं होती। आपके इस नए साथी का इसी मिर्जापुर इलाके में इकरार किया हुआ बयान है, तो मुझे बिजली का तार छूने की क्या जरूरत है। सपा-कांग्रेस और बसपा को तो 11 मार्च को करंट लगेगा।
-नरेंद्र मोदी 

'गधा' भी बना चुनावी बहस का सबब

20 फरवरी 2017 : रायबरेली
टीवी पर एक गधे का विज्ञापन आता है। मैं सदी के महानायक से अपील करता हूं कि वह गुजरात के गधों का प्रचार मत करें। जिन्होंने विज्ञापन देखा होगा, वे जानते होंगे। कभी गधों का भी प्रचार होता है क्या? गधों का भी विज्ञापन आने लगेगा तो क्या होगा?
-अखिलेश यादव

23 फरवरी 2017, बहराइच
गधा अपने मालिक का वफादार होता है। गधा कितना ही बीमार हो, भूखा हो, थका हो, लेकिन अगर मालिक उससे काम लेता है तो सहन करता हुआ भी मालिक का दिया काम पूरा करके रहता है। अखिलेश जी सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे मालिक हैं। वो मुझसे कितना काम लेते हैं, मैं करता हूं, थक जाऊं तो भी करता हूं, क्योंकि मैं गधे से गर्व के साथ प्रेरणा लेता हूं।             
 -नरेंद्र मोदी 


28 फरवरी 2017 : ट्विटर 
मोदी जी-'मैं देश के लिए गधे के माफिक काम कर रहा हूं।' जी हां, मोदी जी आपने ठीक फरमाया। आप बिल्कुल गधे के माफिक काम कर रहे हैं!
-दिग्विजय सिंह,  कांग्रेस नेता

नारियल पर सियासत

1 मार्च 2017 : महाराजगंज
कांग्रेस के एक नेता बड़े कमाल के हैं। हम प्रार्थना करेंगे कि उन्हें लंबी उम्र मिले। कल उन्होंने एक बहुत बड़ी घोषणा कर डाली। उन्होंने कहा कि अब वह नारियल से जूस निकालेंगे और उसे इंग्लैंड में बेचेंगे। गरीब से गरीब बच्चे को भी पता होगा कि नारियल में पानी होता है। जूस तो नींबू, संतरे, मौसमी से मिलता है। क्या आपने कभी नारियल का जूस देखा या सुना है? शायद मुझे जानकारी न हो, मगर मुझे बताइए कि नारियल केरल में पाए जाते हैं, मगर वह कहते हैं कि मणिपुर में नारियल का जूस निकालेंगे।    
 -नरेंद्र मोदी


ट्विटर पर
मोदी जी यूपी में झूठ का जूस निकाल-निकालकर पिलाने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी जी सच का रस अलग ही होता है, आप क्या जानें। थोड़ा तो जिम्मेदार बनिए। आपके झूठ का जूस सेंटर ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला।
-रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता

'बहनजी संपत्ति पार्टी' का जवाब  'नेगेटिव दलित मैन'

20 फरवरी 2017 : उरई
बहन जी ने कहा कि नोटबंदी को लेकर पूरी तैयारी नहीं की थी। सरकार ने नहीं की थी या आपने नहीं की थी? नोटबंदी से ज्यादा परेशानी इन्हें इस बात की है कि इन्हें तैयारी करने का मौका नहीं मिला। अब तो बीएसपी का नाम बदल गया है। बीएसपी 'बहुजन समाज पार्टी' नहीं, 'बहनजी संपत्ति पार्टी' बन गई है।
-नरेंद्र मोदी

सुल्तानपुर 
देश के प्रधानमंत्री का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। नरेंद्र का मतलब होता है नेगेटिव, दामोदरदास का मतलब होता है दलित और मोदी का मतलब होता है मैन। ही इज नेगेटिव दलित मैन। प्रधानमंत्री दलित विरोधी आदमी हैं।  
-मायावती


गठबंधन पर हमला

10 फरवरी 2017 : बिजनौर
एक कुनबे ने 70 साल में देश को तबाह किया, दूसरा उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर रहा है, इन दो कुनबों से यूपी को बचाना है।
-नरेंद्र मोदी

17 फरवरी 2017 : बाराबंकी 
सपा-कांग्रेस का गठबंधन दो युवा नेताओं का गठबंधन है। आने वाले समय में ये गठबंधन देश की राजनीतिको बदलने का काम करेगा। इस गठबंधन ने राजनैतिक पार्टियों की जमीन खत्म कर दी है। इसलिए विपक्षी उल्टी सीधी बयानबाजी कर रहे है।
-अखिलेश यादव

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