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कैलाश खेर ने स्वच्छता की ज्योति जलाने का संकल्प लिया

प्रख्यात सूफी गायक एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नवरत्नों में एक कैलाश खेर ने सोमवार शाम गंगा किनारे भदैनी घाट पर घर-घर स्वच्छता की ज्योति जलाने का संकल्प लिया। उन्होंने भदैनी घाट को गोद लेने की...

कैलाश खेर ने स्वच्छता की ज्योति जलाने का संकल्प लिया
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Dec 2014 09:04 PM
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प्रख्यात सूफी गायक एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नवरत्नों में एक कैलाश खेर ने सोमवार शाम गंगा किनारे भदैनी घाट पर घर-घर स्वच्छता की ज्योति जलाने का संकल्प लिया। उन्होंने भदैनी घाट को गोद लेने की घोषणा करते हुए कहा कि घाट को सुंदर एवं हरा-भरा बनाएंगे। आगे यहां संगीत समारोह आयोजित कराए जाएंगे।

मौसम खराब होने के चलते लगभग ढाई घंटे विलंब से बनारस पहुंचे कैलाश खेर ने भदैनी घाट पर झाड़ लगाई और फावड़ा चलाकर जमा मिप्ती हटाई। उनका साथ दिया बीएचयू-आईआईटी के प्रोफेसर राजेश कुमार दुबे की अगुवाई में पहुंचे छात्रों ने। चर्चित गायक को अचानक अपने बीच घाट की सीढ़ियों पर चलता-कूदता और कुछ क्षण ठहरकर गंगा को निहारते देख वहां मौजूद लोग एकबारगी हतप्रभ हो गए। युवक साथ हो लिए। कैलाश खेर रीवा घाट होते हुए सीधे भदैनी घाट पहुंचे। वहां जलकल के पंपिंग स्टेशन को निहारा और कहा, जिस घाट से पूरे शहर के लिए जलापूर्ति होती हो वहां इतनी गंदगी! इसे साफ करना हर काशीवासी का दायित्व है। पहले झाड़ उठाई और लगभग 5 मिनट तक कचरा को किनारे किया। मानों इतने से संतुष्टि न मिली हो। बोल पड़े-अभी कुछ और काम करना है। फिर बीएचयू के छात्रों के साथ फावड़ा संभाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्टाईल में मिप्ती को खंचिया में भरा और युवा सहयोगियों के जरिए उसका निस्तारण करवाया। बीच-बीच में गीतकार प्रसून जोशी का लिखा स्वच्छता अभियान के थीम गीत का मुखड़ा उत्साहवर्धन कर रहा था तो हर-हर महादेव का घोष ऊर्जा का संचार। लगभग आधे घंटे तक सफाई अभियान चला। इसके बाद उन्होंने नर्मदा घाट पर विधिवत गंगा पूजन किया।

जुनून सच्चई पर टिका हो तो..
घाट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कैलाश खेर ने अपने नवरत्नों की चर्चा करते हुए कहा कि किसी ने भी मना नहीं किया। इसलिए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में जो जुनून पैदा किया है, वह सच्चई पर टिका है। इसलिए स्वच्छ भारत अभियान में अच्छे लोग जुड़ते जा रहे हैं। खेर ने कहा कि मां गंगा के लिए श्रमदान मेरे लिए सौभाग्य की बात है। गंगा का मेरे पर बहुत कृपा है। उनका ऋणी हूं क्योंकि यहां से गाकर लौटने के बाद हमेशा ऊंचाइयों की ओर बढ़ा हूं। कहा, भदैनी घाट को गोद ले रहा हूं। इसे इस लायक बनवा दूंगा कि यहां म्यूजिक कंसर्ट आयोजित हों।

सफाई, सेहत और संगीत
खेर ने सवालों के जवाब में कहा कि सफाई, सेहत और संगीत मन की बात है। यह शरीर के अंदर के भाव हैं। यदि भाव सुंदर हैं तो संकल्प भी मजबूत होगा। फिर अभियान की सफलता में संदेह नहीं रह जाएगा।

जुड़ेंगे अधिक से अधिक युवा
कैलाश खेर ने कहा कि स्वच्छता अभियान से वह युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ेंगे। काशी, खासकर बीएचयू के युवा छात्रों के मुरीद खेर ने कहा कि जब-जब यहां गाने आया, तब-तब उन्होंने मुङो बहुत प्यार दिया है। अब उनसे काशी और देश को स्वच्छ बनाने का आान करता हूं।

अब नेकी को लग गया पर
खेर ने बताया कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने मुङो ये जिम्मेदारी दी तो मैं गदगद हो गया। अपनी स्टाइल में बोले ‘पहले नेकी से लगता था डर, अब नेकी को लग गया है पर।’ उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति स्वच्छता गुल्लक बनाकर प्रतिदिन एक रुपये एकत्र करे तो सभी मिलकर मोहल्ले के कूड़ेदान या अन्य कोई प्रबंध कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह ऐसा काम है जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है।

ये हैं कैलाश खेर के नवरत्न
बनारस पहुंचने के बाद कैलाश खेर ने होटल रमाडा में अपने नौ रत्नों के नामों की घोषणा की। भदैनी घाट पर भी उन नामों को दोहराया। ये नवरत्न हैं-न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय, निदेशक व गायिका दंपती रेखा और विशाल भारद्वाज, मेजर ध्यानचंद्र के प्रपौत्र अशोक ध्यानचंद, एंकर रोशन अब्बास, बीएचयू के प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय, पंतनगर यूनिवर्सिटी के प्रो. शिवेंद्र कश्यप, अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी, लेखक-उद्घोषक नीलेश मिश्र और वरिष्ठ पत्रकार संजय गुप्ता। खेर ने अपने मित्र होजे (जोश कोवैको) को सोशल मीडिया में सफाई अभियान को गति देने की जिम्मेदारी दी है।

संकटमोचन मंदिर से मिला आमंत्रण
सफाई अभियान के बाद कैलाश खेर तुलसी घाट स्थित अखाड़ा गोस्वामी तुलसी दास पहुंचे। वहां संकटमोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र से मुलाकात की। खेर ने तीन दिनों पूर्व प्रो. मिश्र से नवरत्न बनने आग्रह किया था। प्रो. मिश्र ने पहले से ही साहित्यकार मनु शर्मा का नवरत्न बन जाने की जानकारी देते हुए विनम्रता के साथ खेर का आग्रह अस्वीकार कर दिया था। सोमवार की मुलाकात में प्रो. मिश्र ने खेर को संकटमोचन संगीत समारोह में आने का आमंत्रण दिया। संगीत समारोह के स्वरूप की संक्षिप्त जानकारी पाकर खेर भावुक दिखे। दोनों हाथ ऊपर करते हुए कहा-‘अब आना तो उन्हीं बाबा पर निर्भर है।’ उन्हें मंदिर का प्रसाद देकर प्रो. मिश्र ने विदा किया।

स्मारक पर नवाया माथा
कैलाश खेर महारानी लक्ष्मीबाई के अस्सी स्थित जन्मस्थली पहुंचे। वहां शीश नवाया। महारानी के जन्म दिन पर इस वर्ष 19 नवंबर से जलना शुरू हुए अखंड दीप में तेल डाला। कहा, यह काशी और देश की संस्कृति की प्रतिष्ठा बनाए रखने का पवित्र संकल्प स्थल है। स्वच्छता के प्रति मेरा संकल्प यहां और मजबूत हुआ है। लोगों के आग्रह पर उन्होंने स्मारक के बाहर शौचालय बनवाने की घोषणा की। स्मारक पहुंचने पर भाजपा नेता अशोक पाण्डेय, प्रो. जेपी लाल, उत्पल उपाध्याय, रामयश मिश्र, नंदजी पाण्डेय आदि ने स्वागत किया।

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