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मोटापा रहेगा आपके कंट्रोल में

मोटापे से छुट्टी पाने का कोई तय फॉर्मूला नहीं है। डाइट और एक्सरसाइज के सही तालमेल से ही यह रोग आपकी जिंदगी से हमेशा के लिए जा सकता है। फिट होने के लिए कोई शॉर्टकट अपनाने की जगह, डाइट और एक्सरसाइज में...

मोटापा रहेगा आपके कंट्रोल में
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 17 Apr 2014 09:31 AM
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मोटापे से छुट्टी पाने का कोई तय फॉर्मूला नहीं है। डाइट और एक्सरसाइज के सही तालमेल से ही यह रोग आपकी जिंदगी से हमेशा के लिए जा सकता है। फिट होने के लिए कोई शॉर्टकट अपनाने की जगह, डाइट और एक्सरसाइज में सही तालमेल बिठाएं और इसे कायम रखें। बता रही हैं शाश्वती

एक जमाना था, जब मोटापे को अमीरों की बीमारी माना जाता था। पर, वो दिन अब गए। बदलती जीवनशैली, खान-पान की आदतों में बदलाव और एक्सरसाइज की कमी के कारण मोटापा अब महामारी की शक्ल अख्तियार करने लगा है। मोटापे के शिकार लोगों में महिलाओं की संख्या भी काफी है। इनमें से कई महिलाएं प्रेग्नेंसी और बच्चे के जन्म के बाद मोटापे की शिकार हो जाती हैं, तो कई खुद पर ध्यान न देने के अपने स्वभाव के कारण धीरे-धीरे मोटापे की गिरफ्त में आ जाती हैं। परेशानी तब खड़ी हो जाती है, जब मोटापे के कारण कई अन्य बीमारियां अपना शिकार बना लेती हैं। शोध से यह बात भी सिद्ध हो चुका है कि जो महिलाएं मोटापे की शिकार होती हैं, उन्हें गर्भधारण करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

खाना न बने बढ़ते वजन का खजाना
वजन घटाने के लिए हर कोई अपना अलग-अलग तरीका ढूंढ़ता है, कोई इसके लिए अनोखे डाइट ढूंढ़ लाता है, तो कोई अनोखा एक्सराइज। पर, सच में देखा जाए तो वजन कम करना इतनी बड़ी मिस्ट्री भी नहीं है। दरअसल, यह लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, जिसमें हर दिन आपको थोड़ा-थोड़ा प्रयास करना होगा।
डाइटीशियन ईशी खोसला का कहना है कि वजन कम करने के लिए दो शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी है। अमूमन लोग शॉर्ट टर्म लक्ष्य को तो आसानी से प्राप्त कर लेते हैं, पर लॉन्ग टर्म गोल को पाने की दिशा में उनके कदम डगमगाने लगते हैं। सिर्फ लक्ष्य निर्धारण करना और उसे प्राप्त करना ही काफी नहीं है। आपका वजन फिर से न बढ़ जाए, इसलिए यह जरूरी है कि आप अपनी नई लाइफस्टाइल को हमेशा के लिए अपना लें।

अपना मनपसंद खाना खाएं, पर सोच-समझकर खाएं।
बचपन से ही हमें सिखाया जाता है कि रुटीन के हिसाब से काम करो। बड़े-बुजुर्गों द्वारा दी गई यह सीख खाने और फिट रहने के मामले में भी लागू होती है। नाश्ता, लंच और डिनर का वक्त तय करें और इस दौरान सिर्फ खाएं ही नहीं, बल्कि अपने खाने को एंज्वॉय करें। इससे आपका शरीर भी इस रुटीन को अपनाने लगेगा।

हेल्दी डाइट लेने को अपना शौक ही नहीं, बल्कि आदत बनाइए। फ्रेश सब्जी और फल खाएं, इससे जंक फूड्स खाने की अपनी आदत पर आप आसानी से नियंत्रण लगा पाएंगी। साथ ही स्वस्थ और फिट भी महसूस करेंगी।

वजन नियंत्रण में रखने का एक और कारगर तरीका यह है कि दिन में खाने की शुरुआत और अंत, दोनों जल्दी किया जाए। सुबह का नाश्ता जल्दी करें और ऐसे ही रात आठ बजे के बाद कुछ भी न खाने को अपना रुटीन बनाएं। दरअसल, हमारा शरीर दिन में सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है और यही वजह है कि दिन में रात की तुलना में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है।

सब्जियां खाएं। हरी सब्जियां खासकर कच्ची सब्जियां ज्यादा कैलोरी बर्न करती हैं और सब्जियों में रहने वाले फाइबर के कारण पेट भरा होने का अहसास भी होता है यानी आप अपेक्षाकृत कम खाना खाएंगी।

हर दिन कम-से-कम आठ गिलास पानी पिएं। पानी सिर्फ हमारी प्यास ही नहीं बुझाता, यह फिट रहने में भी अप्रत्यक्ष रूप से हमारी मदद करता है। खाना खाने या अपनी कोई मनपसंद डिश खाने से पहले एक गिलास पानी पी लें, इससे आपका पेट जल्दी भर जाएगा और स्वाद सेहत पर हावी नहीं होगा।

योग भगाएगा यह रोग
मोटापे को दूर भगाने में सही डाइट और सही एक्सरसाइज का मेल सबसे अच्छा होता है। अगर जिम का चक्कर लगना या नियमित रूप से एक्सरसाइज कर पाना आपके लिए संभव नहीं है, तो खुद को फिट रखने के लिए आप योग का सहारा भी ले सकती हैं। योग गुरु सुनील सिंह का कहना है कि इंडियन गति, सूर्य नमस्कार और कपालभाती प्राणायाम की मदद से बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। योगासन की मदद से आप अपना कितना वजन कम कर सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका वजन कितना है और आप किस गति से योग के विभिन्न आसनों को कर रहे हैं। इंडियन गति को आप ऑन स्पॉट रनिंग यानी एक जगह पर ही दौड़ना भी कह सकते हैं। अगर आप तीन से पांच मिनट तक ऑन स्पॉट रनिंग करती हैं, तो यह साढ़े आठ किमी दौड़ने के बराबर होगा। यह कार्डियोवास्कुलर सिस्टम और जोड़ों के लिए अच्छा होता है। इंडियन गति से शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है और परिणामस्वरूप वसा कम होती है। हृदय रोगी और गर्भवती महिलाओं को यह व्यायाम नहीं करना चाहिए। मोटापे को कम करने में सूर्य नमस्कार भी उपयोगी होता है। दरअसल, सूर्य नमस्कार से शरीर के सभी अंगों का व्यायाम हो जाता है। सूर्य नमस्कार शुरुआत में तीन चक्र करें और प्रति सप्ताह चक्र को बढ़ाएं। अतिरिक्त वसा को कम करने में कपालभाती प्राणायाम भी उपयोगी है।

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