फोटो गैलरी

Hindi Newsकोलकाता से दिल्ली जा रहे थे, बेटे का फोन बजता रहा

कोलकाता से दिल्ली जा रहे थे, बेटे का फोन बजता रहा

हावड़ा राजधानी (2301) एक्सप्रेस के एसी कोच में बैठे एमएस मजूमदार (61) के फोन पर बेटे की कॉल आती रही, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। दूसरी बार फोन आने पर सहयात्राी राजकुमार की नींद खुली और...

कोलकाता से दिल्ली जा रहे थे, बेटे का फोन बजता रहा
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 03 Apr 2014 08:39 PM
ऐप पर पढ़ें





हावड़ा राजधानी (2301) एक्सप्रेस के एसी कोच में बैठे एमएस मजूमदार (61) के फोन पर बेटे की कॉल आती रही, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। दूसरी बार फोन आने पर सहयात्राी राजकुमार की नींद खुली और उन्होंने झल्लाते हुए मजूमदार को हिलाया तो वह एक ओर लुढ़क गए। राजकुमार की आवाज पर कोच अटेंडेंट ने चेनपुलिंग कर ट्रेन रोकी। रेलवे के डॉक्टर ने जांच की तो पता चला कि हार्टअटैक से उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस की सूचना पर पोस्टमार्टम के बाद बेटा पिता का शव ले गया।

मूलरूप से कोलकाता निवासी एमएस मजूमदार दिल्ली बिजली विभाग में अभियंता के पद से एक साल पहले ही रिटायर हुए थे। इस वक्त वह शक्ति अपार्टमेंट, रोहिणी लाइन, दिल्ली सेक्टर-नौ में परिवार के साथ रहते थे। रास्ते में उनकी मौत हो गई। सहयात्राियों की सूचना पर चंदारी स्टेशन पर कोच अटेंडेंट ने चेनपुलिंग कर ट्रेन रोकी और रेलवे के डॉक्टर को बुलाया। जांच में मौत की वजह हार्ट अटैक सामने आई। पुलिस ने उनके मोबाइल के आखिरी नंबर पर रिंग बैक कर बेटे को इसकी सूचना दी। बकौल बेटा रंजन पिता काम से कोलकाता गए थे। घर आने के लिए बुधवार को ट्रेन में सवार हुए थे। सुबह हालचाल लेने को फोन किया पर बात नहीं हो सकी। क्या पता था कि पिता जी साथ छोड़कर चले जाएंगे? उधर, कोच कंडक्टर एमएम मंडल की सूचना पर जीआरपी ने शव को पंचनामा भरने के बाद चीरघर भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

- नमकीन चावल दिए थे खाने को
हावड़ा राजधानी के बी-1 कोच की सीट नंबर तीन पर सफर कर रहे एमएस मजूमदार की मौत पर साइड सीट पर बैठे रोहित खन्ना और उनकी पत्नी भी गमगीन थी। मौके पर पहुंचे आरपीएफ दारोगा एसके सिंह को बताया कि मजूमदार ने बीती शाम बच्चाे को नमकीन चावल खाने को दिए थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें