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काउंटी में खेलने का फायदा मिला: ओझा

फिरोजशाह कोटला की पिच से पर्याप्त मदद नहीं मिलने के बावजूद वेस्टइंडीज के तीन विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने रविवार को कहा कि उन्होंने केवल बेसिक्स पर ध्यान दिया तथा लाइन और लेंथ से...

काउंटी में खेलने का फायदा मिला: ओझा
एजेंसीSun, 06 Nov 2011 05:58 PM
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फिरोजशाह कोटला की पिच से पर्याप्त मदद नहीं मिलने के बावजूद वेस्टइंडीज के तीन विकेट लेने वाले भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने रविवार को कहा कि उन्होंने केवल बेसिक्स पर ध्यान दिया तथा लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की।

ठीक एक साल बाद टेस्ट मैच खेलने वाले बाएं हाथ के इस स्पिनर ने इसके साथ ही कहा कि उन्हें काउंटी में खेलने का भी फायदा मिला जिससे वह गेंदबाज के रूप में काफी सुधार करने में सफल रहे। 

ओझा ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक पत्रकारों से कहा कि गेंदबाजों को विकेट से ज्यादा मदद नहीं मिल रही थी और ऐसे में मैंने लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। मैंने एक लाइन से गेंद की। इस तरह के विकेट पर सही एरिया में गेंद करना और धैर्य बनाए रखना जरूरी होता है।

उन्होंने इसके साथ ही कहा कि मैच बढ़ने के साथ ही विकेट धीरे खेलेगा। मुझे लगता है कि विकेट आगे धीमा होता जाएगा। हमारी कोशिश कल जल्द से जल्द से उनके बाकी बचे पांच विकेट लेने की कोशिश करेंगे। ओझा ने इससे पहले अपना अंतिम टेस्ट मैच पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। टीम से बाहर रहने के दौर में मदद के लिए उन्होंने अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और हरभजन सिंह का भी आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि मैं तब भी सकारात्मक बना रहा। अनिल भाई, भज्जी, राहुल, वीवीएस सभी ने मुझे काउंटी में खेलने की सलाह दी। मेरा वहां का अनुभव बहुत अच्छा रहा जिसका मुझे अब फायदा मिल रहा है। इसके बाद मैंने ईरानी ट्राफी में भी वेरीएशन पर ध्यान दिया।

ओझा ने टेस्ट टीम की तरफ से बाहर किए जाने के बाद काउंटी टीम सर्रे की तरफ से कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेले। उन्होंने डर्बीशर के खिलाफ एक मैच में दस विकेट भी लिए। वेस्टइंडीज की तरफ से शतक जड़ने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपाल के साथ मुकाबले और उनके अजीब स्टांस के बारे में ओझा ने कहा कि उन्होंने इस महान खिलाड़ी को गेंदबाजी करने का पूरा लुत्फ उठाया।

ओझा ने कहा कि चंद्रपाल महान खिलाड़ियों में शामिल हैं। विकेट से उन्हें मदद मिल रही थी और उन्होंने बहुत अच्छी पारी खेली। उनका स्टांस नहीं बल्कि उनका अनुभव महत्व रखता है। एक दो बारे मुझे उन्हें आउट करने के आधे मौके मिले लेकिन कुल मिलाकर मैंने इस लीजेंड के खिलाफ गेंदबाजी का पूरा मजा लिया।

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