फोटो गैलरी

Hindi News'सोलर किड्स': दिन में रहते है मस्त, सूरज ढलते ही हाथ-पैर नहीं करते काम

'सोलर किड्स': दिन में रहते है मस्त, सूरज ढलते ही हाथ-पैर नहीं करते काम

पाकिस्तान में इन दिनों तीन 'सोलर किड्स' चर्चा का विषय बने हुए हैं और डॉक्टर भी हैरान हैं। ये तीनों भाई दिनभर एक सामान्य बच्चे की तरह उछल-कूद मचाते हैं लेकिन सूरज ढलते ही इनके हाथ-पैर काम नहीं...

'सोलर किड्स': दिन में रहते है मस्त, सूरज ढलते ही हाथ-पैर नहीं करते काम
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 06 May 2016 01:16 PM
ऐप पर पढ़ें

पाकिस्तान में इन दिनों तीन 'सोलर किड्स' चर्चा का विषय बने हुए हैं और डॉक्टर भी हैरान हैं। ये तीनों भाई दिनभर एक सामान्य बच्चे की तरह उछल-कूद मचाते हैं लेकिन सूरज ढलते ही इनके हाथ-पैर काम नहीं करते हैं, जैसे लकवा मार गया हो। 

क्वेटा से 15 किमी दूर मियां कुंडी गांव के रहने वाले शोएब, राशिद और इलयास हाशिम की उम्र क्रमशः एक, नौ और 13 साल है। इनकी रहस्यमयी बीमारी से चिकित्सा जगत से जुड़े विशेषज्ञ अचंभित हैं। वे उनके बीमारी के पीछे का कारण जानने में लगे हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि अगले दिन सुबह जब सूरज उगता है तो ये तीनों भाई ऊर्जा से भरपूर होते हैं और फिर घूमने फिरने लगते हैं।

इन तीनों बच्चों को इस्लामाबाद के पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इलाज चल रहा है। डॉ जावेद अकरम का कहना है कि यह मेडिकल के क्षेत्र में एक विरला मामला है। इससे पहले उनके पास ऐसा मामला कभी नहीं आया।

बच्चों के जांच के लिए नौ सदस्यों वाला एक बोर्ड बनाया गया है, उनकी रिपोर्ट्स 13 अंतरराष्ट्रीय मेडिकल संस्थानों को भेजे गए हैं।

शुरुआती जांच से पता चला है कि ये बच्चे असाधारण बीमारी  मैसथेनिया सिंड्रोम से पीडि़त हो सकते हैं। अब तक दुनियाभर में इस बीमारी के 600 मामले सामने आए हैं।       
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें