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संन्यास का इरादा नहीं, पाक के खिलाफ खेलेंगे सचिन

काफी दिनों से बेहद खराब फॉर्म में चल रहे सचिन तेंदुलकर के संन्यास की अटकलों पर विराम लग गया है।  एक टेलीविजन चैनल ने यह दावा किया है कि सचिन पाकिस्तान और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली...

संन्यास का इरादा नहीं, पाक के खिलाफ खेलेंगे सचिन
एजेंसीSat, 22 Dec 2012 03:38 PM
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काफी दिनों से बेहद खराब फॉर्म में चल रहे सचिन तेंदुलकर के संन्यास की अटकलों पर विराम लग गया है।  एक टेलीविजन चैनल ने यह दावा किया है कि सचिन पाकिस्तान और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज़ में खेलना चाहते हैं।

हेडलाइन्स टुडे ने दावा किया कि इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 18.66 की औसत से रन बनाने वाले तेंदुलकर ने अपने भविष्य को लेकर चयनसमिति के अध्यक्ष संदीप पाटिल के साथ चर्चा की है।

चैनल ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि इस सीनियर बल्लेबाज ने पाकिस्तान और इंग्लैंड के खिलाफ वन डे सीरीज़ में खेलने की इच्छा जतायी है और चयनकर्ता उनकी योजना के अनुसार चलना चाहते हैं।

तेंदुलकर ने पिछले साल अप्रैल में भारत की विश्व कप जीत के बाद बहुत अधिक वनडे मैच नहीं खेले हैं। चैनल ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी मार्च में होने वाली सीरीज़ से पहले अपना फॉर्म हासिल करने के लिये वनडे सीरीज़ में खेलना चाहते हैं।

इस संबंध में जब पाटिल से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि उनका अनुबंध उन्हें चयन मसलों पर मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं देता। चैनल ने पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली से तेंदुलकर के वनडे में खेलने के फैसले पर बात की।

गांगुली ने कहा कि मैं इससे हैरान नहीं हूं। यदि वह ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के आखिर तक खेलना जारी रखना चाहते हैं तो उनका फॉर्म में रहना जरूरी है और फॉर्म में लौटने के लिये वनडे सबसे बेहतर माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें खेल के सभी प्रारूपों में खेलना होगा।

तेंदुलकर के फॉर्म की आलोचनाओं के बारे में गांगुली ने कहा कि आलोचनाएं मायने नहीं रखती। चयनकर्ता और बीसीसीआई क्या सोचते हैं यह मायने रखता है। उन्होंने जो कुछ हासिल किया है वह हर किसी की पहुंच से बाहर है। उनके पास योग्यता है और उन्हें फैसले करने का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि कोई चयनकर्ता कभी उन्हें संन्यास लेने या बाहर करने के बारे में कहेगा। मैं नहीं जानता कि यह सही है या गलत। वह क्या चाहता है इसका फैसला वही करेगा। गांगुली ने कहा कि यदि तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में खेलने का फैसला किया है तो फिर वनडे में खेलने से उन्हें फॉर्म में लौटने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में खेलने का फैसला किया है तो आठ वनडे मैच से उन्हें आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिलेगी। यदि आप रन बनाते हो तो टेस्ट मैचों के लिये आप बेहतर मानसिक स्थिति में रहोगे। यदि वह वन डे में अच्छा प्रदर्शन करता है तो टेस्ट मैचों में उसे इसका फायदा मिलेगा।

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