कादरी-इमरान से बातचीत के लिए सेना प्रमुख शरीफ को बनाया मध्यस्थ
पाकिस्तान में दो हफ्तों से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों से निपटने के लिए सरकार ने सेना प्रमुख पर भरोसा जताया है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए...
पाकिस्तान में दो हफ्तों से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों से निपटने के लिए सरकार ने सेना प्रमुख पर भरोसा जताया है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख को प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए अपना मध्यस्थ और गारंटर बनाया है। इसके बाद पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख ताहिर-उल-कादी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख इमरान खान ने गुरुवार देर रात इस बात की घोषण की।
अपने समर्थकों से गुरुवार रात कादरी और खान ने कहा कि उन्होंने जनरल शरीफ के आश्वासन पर प्रधानमंत्री को उनकी मांगे मानने के लिए 24 घंटे का समय और दिया है। दोनों नेताओं ने अपने समर्थकों से एक दिन और राजधानी में रहने को कहा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार को दी समय-सीमा समाप्त नहीं हो जाती, समर्थक राजधानी में ही टिके रहें। इसके बाद भविष्य की गतिविधियों की योजना बनाई जाएगी। गुरुवार सुबह एक अंग्रेजी अखबर ने खबर दी थी कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ देश में चल रहे प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए नीति बनाने को लेकर समझौते के करीब है। इससे पहले कादरी ने गुरुवार को इंकलाब डे कहा था और इमरान खान को अपना भाई बताया था।
वहीं गुरुवार दोपहर को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कादरी के समर्थकों की मौत के मामले में स्वयं सहित 21 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला चलाने की मंजूरी दे दी। जिसके बाद लाहौर पुलिस ने प्रधानमंत्री, उनके भाई और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों पर मॉडल टाउन इलाका मामले में हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पंजाब पुलिस की प्रवक्ता नबीला घजनफर ने बताया कि यह एफआईआर लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि एफआईआर कादरी की पार्टी पीएटी के आवेदन पर दर्ज की गई है। सूत्रों ने बताया कि कादरी ने इस एफआई को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और इसमें आतंकवाद कानून जोड़ने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैं इस एफआईआर को तब तक स्वीकार नहीं करूंगा, जब तक इसमें आतंकवादा कानून को नहीं जोड़ा जाता।
गौरतलब है कि पीटीआई और पीएटी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी शरीफ के इस्तीफे की मांग को ले कर 19 अगस्त से संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट के सामने धरने पर बैठे हैं। जबकि शरीफ ने इस्तीफा देने से साफ इनकार किया है।
शरीफ ने की बैठक
इस बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उच्च स्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार बैठक में वर्तमान स्थिति से निपटने पर चर्चा हुई। इस बैठक में पीएटी के साथ चर्चा करने वाले मंत्री शामिल हुए। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि संविधान से हटकर किसी भी तरह की मांग को नहीं माना जाएगा। बैठक में नवाज शरीफ ने कहा कि मॉडल टाउन मामले में नामांकित उनके सहित सभी मंत्री जांच में पूरा सहयोग करेंगे।