विंबलडन फाइनल में भारत की पिंकी ने किया टॉस
कटे हुए होंठ की सजर्री का फायदा उठाने वाली भारत की पिंकी सोनकर ने रविवार को यहां एंडी मरे और नोवाक जोकोविच के बीच विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल के दौरान सिक्का उछालकर टॉस...
कटे हुए होंठ की सजर्री का फायदा उठाने वाली भारत की पिंकी सोनकर ने रविवार को यहां एंडी मरे और नोवाक जोकोविच के बीच विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल के दौरान सिक्का उछालकर टॉस किया।
सफेद टीशर्ट और ट्राउजर में पिंकी ने दर्शकों का अभिवादन करते हुए सेंटर कोर्ट में प्रवेश किया। उसने अधिकारियों और फाइनल में खेल रहे दोनों खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाने के बाद इनके साथ फोटो भी खिंचाए।
ग्यारह साल की पिंकी न्यूयार्क स्थित स्माइल ट्रेन का प्रतिनिधित्व कर रही थी। स्माइल ट्रेन ने ही 2007 में पिंकी के कटे हुए होंठ का मुफ्त में उपचार कराने में मदद की थी। स्माइल ट्रेन दुनिया की सबसे बड़ी गैर लाभकारी संस्था है जो कटे होंठ का इलाज कराती है। इस संस्था को इस साल पुरुष एकल के फाइनल में टास के लिए चैरिटी साझेदारी के रूप में चुना गया था।
स्माइल ट्रेन का लक्ष्य उन लोगों को मुफ्त सजर्री की सविधा मुहैया कराना हैं जो कटे हुए होंठ के साथ पैदा हुए हैं।