विधेयक का विरोध करते रहेंगे: मुलायम
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने साफ किया कि उनकी पार्टी विधेयक का विरोध जारी रखेगी और जरूरत पड़ी तो संप्रग से समर्थन वापस लेने के बारे में भी विचार किया...
लोकसभा में बुधवार को सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक को सदन में चर्चा के लिए रखे जाते समय घटे अप्रत्याशित घटना पर सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने साफ किया कि उनकी पार्टी विधेयक का विरोध जारी रखेगी और जरूरत पड़ी तो संप्रग से समर्थन वापस लेने के बारे में भी विचार किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी के हाथ से विधेयक छीने जाने के बाद सपा के यशवीर सिंह के साथ कांग्रेस के सदस्यों की कथित हाथापाई की घटना को निन्दनीय बताते हुए मुलायम ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि सपा इस संविधान संशोधन विधेयक का लगातार विरोध करती रही है और करती रहेगी। इसके लिए वह गंभीर से गंभीर परिणाम भी भुगतने को तैयार है।
उन्होंने अपनी पार्टी के सांसद यशवीर को कांग्रेस के सदस्यों द्वारा अपमानित किये जाने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संसद में विधेयक का मसौदा छीने जाने की यह पहली घटना नहीं है। तीन बार तो हमने ऐसा होते देखा है।
यादव से जब कांग्रेस द्वारा इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से सपा सदस्यों की शिकायत किये जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके हाथ में सरकार है। बहुमत है। वे जो चाहें मनमानी कर सकते हैं। लेकिन असली ताकत जनता के पास है।
सपा अध्यक्ष से जब संवाददाताओं ने पूछा कि उनकी पार्टी के बाहरी सहयोग के कारण भी संप्रग बहुमत में है तो क्या वह इस घटना के बाद समर्थन वापसी के बारे में सोचेंगे तो उन्होंने केवल इतना कहा कि उस पर भी विचार कर लेंगे। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के पहले से तय होने के बसपा के आरोप को खारिज करते हुए इसे निराधार बताया।