हल्के आधार पर दावे खारिज कर अमीर बना LIC: आयोग
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) मेडिक्लेम पॉलिसी के तहत सही दावों को भी हल्के-फुल्के आधार पर खारिज कर देश का सबसे अमीर संगठन बना है। दिल्ली राज्य उपभोक्ता आयोग ने यह टिप्पणी की है। आयोग की सदस्य सलमा नूर की...
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) मेडिक्लेम पॉलिसी के तहत सही दावों को भी हल्के-फुल्के आधार पर खारिज कर देश का सबसे अमीर संगठन बना है। दिल्ली राज्य उपभोक्ता आयोग ने यह टिप्पणी की है।
आयोग की सदस्य सलमा नूर की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि बीमा कंपनियां में यह प्रवृत्ति देखने को मिलती है कि वे हल्के या मामूली कारणों के आधार पर किसी बीमाधारक के सही दावे को खारिज कर देती हैं। ऐसा लगता है कि एलआईसी इसी तरीके से देश का सबसे अमीर संगठन बना है।
आयोग ने यह टिप्पणी एलआईसी को एक बीमाधारक के पति को 24.2 लाख रुपये का भुगतान करने का आदेश देते हुए की। इसमें मुआवजा और बीमित राशि शामिल हैं। इस महिला की मृत्यु गर्भाशय को हटाने की सर्जरी के दौरान हुई थी। पीठ में वी के गुप्ता भी शामिल थे।
पीठ ने कहा कि एलआईसी को यह जानना चाहिए कि वह ग्राहकों के बूते ही आगे बढ़ रही है। एलआईसी सही दावों को खारिज कर अमीर बन रही है। एलआईसी ने दिल्ली निवासी योगेश बायसिवाला के दावे को इस आधार पर खारिज कर दिया था कि उनकी पत्नी ने बीमा कवर लेते समय यह बात छुपाई थी कि वह दिल की मरीज हैं।