कुडनकुलम की पहली इकाई दो सप्ताह में चालू होगी
लंबे समय से टल रही कुडनकुलम परियोजना अगले दो सप्ताह के भीतर चालू हो सकती है। परमाणु वैज्ञानिक इसकी सुरक्षा और कुशलता जांचने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। ...
लंबे समय से टल रही कुडनकुलम परियोजना अगले दो सप्ताह के भीतर चालू हो सकती है। परमाणु वैज्ञानिक इसकी सुरक्षा और कुशलता जांचने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं।
आणविक उर्जा आयोग (एईसी) के आयुक्त रतन कुमार सिन्हा ने 100वीं इंडियन साइंस कांग्रेस के मौके पर परियोजना की 1000 मेगावाट की पहली इकाई के चालू होने के बारे में पूछे जाने पर पीटीआई को बताया, इसी माह शत प्रतिशत। इसमें करीब दो सप्ताह लगेंगे।
सिन्हा ने बताया कि सभी प्रक्रियाएं सही तरह से पूर्ण हों इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने (कुडनकुलम के इंजीनियरों ने) कुछ विशिष्ट गणनाओं के आधार पर गर्म दाबीकरण कर लिया है। वह चाहते हैं कि सभी प्रक्रियाएं सटीक हों।
भारत रूस के सहयोग से कुडनकुलम में 1000 मेगावाट का परमाणु बिजली संयंत्र स्थापित कर रहा है। इसी स्थान पर और रिएक्टरों के निर्माण के लिए रूस के साथ बातचीत जारी है। यहां कुल छह इकाइयां स्थापित की जा सकती हैं।