फोटो गैलरी

Hindi Newsबागेश्वर में रातभर बरसा पानी, सड़कों पर भरा मलबा

बागेश्वर में रातभर बरसा पानी, सड़कों पर भरा मलबा

रातभर हुई बारिश से सड़कों पर मलबा भर गया है। गोमती के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है। बेमौसम की बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। आम तौर पर 15 सितंबर तक बारिश होती रही है, लेकिन इस साल सितंबर अंतिम...

बागेश्वर में रातभर बरसा पानी, सड़कों पर भरा मलबा
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 27 Sep 2016 06:35 PM
ऐप पर पढ़ें

रातभर हुई बारिश से सड़कों पर मलबा भर गया है। गोमती के जलस्तर में भी इजाफा हुआ है। बेमौसम की बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। आम तौर पर 15 सितंबर तक बारिश होती रही है, लेकिन इस साल सितंबर अंतिम सप्ताह में रात को हो रही झमाझम बारिश से लोग चकित हैं। सोमवार की रात गरुड़ में 10, बागेश्वर में पांच एमएम बारिश रिकार्ड की गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस साल कपकोट में औसतन बारिश कम हुई है।

बारिश से खेती समेट रहे किसान संकट में पड़ गए हैं। खेत पानी से भरे हुए हैं और धान खेतों में पसर गए हैं। जिससे धान तथा पुआल खेतों में सड़ने लगा है। बारिश से सड़कों पर भी मलबा भर गया है, हालांकि कोई सड़क बंद नहीं है। ताकुला मोटर मार्ग में त्यूनरा गधेरे में आई बाढ़ से सड़क पर भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया, जिसे सुबह हटाया गया। उधर गरुड़ मोटर मार्ग में भी जगह-जगह मलबा आ आया है। सड़कों पर नालियां नहीं बनने से बारिश के पानी से सड़कों का नुकसान पहुंच रहा है।

बारिश से गोमती के जलस्तर 863 मीटर तक पहुंच गया। नदी में भारी मात्रा में सिल्ट आने से पानी की समस्या भी खड़ी हो गई है। नदी किनारे रहने वालों को भय बना हुआ है। ग्वल सेना के संयोजक हेम पंत ने बताया कि बैजनाथ में झील का पानी भी एकाएक छोड़ा जा रहा है। जिससे नदी में एक साथ पानी आने से बाढ़ की स्थिति जैसी पैदा हो रही है। वहीं डेंजर जोन 870.70 मीटर के सापेक्ष सरयू का जलस्तर 865 मीटर पर स्थिर है।

जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी ने बताया कि बारिश से धान तथा घास को भारी नुकसान पहुंच रहा है। पटवारी बारिश से किसानों को हो रहे नुकसान का आंकलन करेंगे और सरकार से लोगों को मुआवजा दिलाने क प्रयास किए जाएंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें