हंदवाड़ा मामलाः पीडि़ता ने सेना को फिर दी क्लीन चिट, कश्मीर में इंटरनेट बहाल
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में छेड़छाड़ की पीडि़त लड़की ने एक बार फिर सेना को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि उसे दो लड़कों ने छेड़ा था, जिसमें से एक लड़का स्कूल ड्रेस पहने हुए था। वहीं, दूसरी ओर कश्मीर...
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में छेड़छाड़ की पीडि़त लड़की ने एक बार फिर सेना को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि उसे दो लड़कों ने छेड़ा था, जिसमें से एक लड़का स्कूल ड्रेस पहने हुए था। वहीं, दूसरी ओर कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं फिर से बहालकर दी गई हैं।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार, राज्य पुलिस ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर पीडि़त लड़की को शनिवार शाम को हंदवाड़ा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। उनके समक्ष वह अपने बयान पर कायम रही और कहा कि सेना के जवान ने उससे छेड़खानी नहीं की है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले उसकी मां ने कहा था कि उसके ऊपर दबाव डाला जा रहा है कि वह ऐसा बयान दे कि सेना के जवान ने उससे छेड़छाड़ नहीं किया। लड़की से छेड़छाड़ के मामले को लेकर राज्य में हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिसमें कम से कम पांच प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। प्रशासन ने हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी।
Mobile internet services restored in Kashmir, were blocked last week after protests following #Handwara incident
— ANI (@ANI_news) April 18, 2016
पुलिस बयान के अनुसार, पीडि़त लड़की को हंदवाड़ा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। उसके बयान दर्ज किए गए। वह अपने पिता के साथ वहां आई थी।
पुलिस ने उसके बयान को साझा करते हुए कहा कि उसने बताया है कि 12 अप्रैल 2016 को वह अपनी सहेली के साथ स्कूल से घर लौट रही थी, उस दौरान वह हंदवाड़ा के मुख्य चौक पर स्थित सार्वजनिक शौचालय में गई। जैसे ही वह बाहर आई तभी दो लड़के वहां आ गए और उसे खींचने लगे। उन दोनों ने उसके बैग छीन ली। दोनों में से एक लड़के ने स्कूल ड्रेस पहन रखी थी।
लड़की की मां ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कुछ सेना के जवानों ने उसकी बेटी से छेड़छाड़ की कोशिश की थी। उसने यह भी कहा था कि जो उसकी बेटी के बायन वाला वीडियो जारी किया गया है, उसे दबाव में बनाया गया है।
कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट बहाल, कुछ घंटे के लिए हटा प्रतिबंध
कश्मीर में सोमवार को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं और प्रशासन ने हंदवाड़ा एवं कुपवाड़ा शहरों में लोगों की आवागमन पर लगे प्रतिबंधों में तीन घंटे के लिए छूट दे दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कल कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन या हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई। ऐसे में मध्यरात्रि के कुछ समय बाद मोबाइल इंटरनेट की सेवाएं बहाल कर दी गईं।
बीते मंगलवार को हंदवाड़ा में एक लड़की से कथित तौर पर छेड़छाड़ किए जाने के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बाद मोबाइल फोन की इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया था। हंदवाड़ा और पास के कुपवाड़ा शहर में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पांच लोग मारे गए थे।
अधिकारी ने कहा कि प्रशासन ने उत्तर कश्मीर के इन दोनों शहरों से सुबह आठ बजे से 11 बजे तक के लिए कर्फ्यू-जैसे प्रतिबंधों को हटा लिया। उन्होंने कहा कि यदि छूट की यह अवधि शांतिपूर्ण ढंग से बीत जाती है तो बाकी दिन में भी प्रतिबंध में ढील दी जाएगी।
उन्होंने कहा, अभी तक स्थिति शांतिपूर्ण है और उत्तर कश्मीर के हंदवाड़ा एवं कुपवाड़ा समेत घाटी के किसी भी इलाके से किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। कश्मीर के अधिकतर इलाकों में बंद और विरोध प्रदर्शनों के चलते लगभग एक सप्ताह तक पंगु बने रहे जनजीवन की स्थिति सामान्य हो रही है।
बारामूला और बनिहाल के बीच की ट्रेन सेवाएं कल सुबह बहाल हो गईं। यह सेवा चार दिन तक बाधित रही थी।