फोटो गैलरी

Hindi Newsपीड़िता का शरीर लेकर विशेष विमान भारत के लिए रवाना

पीड़िता का शरीर लेकर विशेष विमान भारत के लिए रवाना

एक विशेष विमान दिल्ली सामूहिक बलात्कार पीड़ित का पार्थिव शरीर लेकर आधी रात के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना हो गया है। पीड़ित ने शनिवार तड़के सिंगापुर के एक सुपर स्पेशियेलिटी हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया...

पीड़िता का शरीर लेकर विशेष विमान भारत के लिए रवाना
एजेंसीSun, 30 Dec 2012 10:43 AM
ऐप पर पढ़ें

एक विशेष विमान दिल्ली सामूहिक बलात्कार पीड़ित का पार्थिव शरीर लेकर आधी रात के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना हो गया है। पीड़ित ने शनिवार तड़के सिंगापुर के एक सुपर स्पेशियेलिटी हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया था। भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने बताया कि एयर इंडिया के चार्टर्ड विमान एआईसी 380 ए ने स्थानीय समय के अनुसार रात्रि साढ़े बारह बजे (भारतीय समयानुसार रात दस बजे) उड़ान भरी।

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से इस युवती को 27 दिसंबर को यहां लाया गया था और उसने स्थानीय समयानुसार आज तड़के पौने पांच बजे (भारतीय समयानुसार आधी रात के बाद दो बजकर 15 मिनट पर) सिंगापुर के माउंट ऐलिजाबेथ अस्पताल में अंतिम सांस ली। भारत सरकार द्वारा भेजे गए चार्टर्ड विमान में उसके परिवार के सदस्य भी सवार हैं। पीड़िता के परिवार के सदस्य उसे यहां बेहद नाजुक हालत में भर्ती कराए जाने के समय से ही सिंगापुर में थे।

सफदरजंग अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान पीड़िता के तीन ऑपरेशन किए गए। 16 दिसंबर की रात को उसके साथ दक्षिणी दिल्ली इलाके में एक चलती बस में बेहद नृशंस तरीके से सामूहिक बलात्कार किया गया था। इस हमले में उसके अंदरूनी अंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। उसे इलाज के दौरान दिल का दौरा भी पड़ा था तथा उसके मस्तिष्क में भी चोट लगी थी।

सिंगापुर के अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा केल्विन लोह ने एक बयान में कहा कि हमें यह सूचित करते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मरीज ने 29 दिसंबर 2012 को तड़के चार बजकर 45 मिनट पर (स्थानीय समयानुसार) शांतिपूर्ण तरीके से अंतिम सांस ली।

बयान में कहा गया है, भारतीय उच्चायोग के अधिकारी तथा उसके परिवार के सदस्य मरीज के पास थे। द माउंट ऐलिजाबेथ हास्पिटल की डाक्टरों की टीम, नर्स तथा अन्य स्टाफ इस शोक की घड़ी में पीड़ित के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने संवाददाताओं को बताया कि पीड़ित युवती होशोहवास में थी और उसने आखिरी वक्त तक बड़ी बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उन्होंने बताया कि अंतिम कुछ घंटे लड़की के परिवार वालों के लिए परीक्षा भरे थे और उन्होंने बड़ी हिम्मत और धैर्य के साथ पूरी प्रक्रिया का सामना किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें