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कोलकाता बना आईपीएल का किंग

कोलकाता नाइटराइडर्स ने उतार-चढ़ाव से भरे रोमांचक फाइनल में रविवार को चेन्नई सुपरकिंग्स पर पांच विकेट की जीत दर्ज करके पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीता। इस जीत से शाहरुख खान के स्वामित्व...

कोलकाता बना आईपीएल का किंग
एजेंसीMon, 28 May 2012 01:20 AM
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कोलकाता नाइटराइडर्स ने उतार-चढ़ाव से भरे रोमांचक फाइनल में रविवार को चेन्नई सुपरकिंग्स पर पांच विकेट की जीत दर्ज करके पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीता। इस जीत से शाहरुख खान के स्वामित्व वाली केकेआर ने चेन्नई का लगातार तीसरा खिताब जीतने का सपना भी चकनाचूर कर दिया।

चेन्नई का यह चौथा आईपीएल फाइनल था और उसने हर बार पहले बल्लेबाजी की। महेंद्र सिंह धौनी ने फिर यह परंपरा कायम रखी। माइकल हसी (43 गेंद पर 54 रन) और मुरली विजय (32 गेंद पर 42) ने पिछले साल के फाइनल की तरह टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। बाद में रैना (38 गेंद पर 73) ने पांच छक्के जड़कर टीम को तीन विकेट पर 190 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।

केकेआर की जीत के नायम सलामी बल्लेबाज मानविंदर बिस्ला रहे। उन्होंने 48 गेंद पर आठ चौकों और पांच छक्कों की मदद से 89 रन बनाए। जाक कैलिस ने 49 गेंद पर 69 रन की पारी खेली। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी की जो आखिर में निर्णायक साबित हुई। केकेआर ने 19.4 ओवर में पांच विकेट पर 192 रन बनाकर चेन्नई के स्कोर को बौना साबित कर दिया।

गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी और उसी में चैंपियन बनने में सफल रही। अंतिम क्षणों में हालांकि मैच काफी तनावपूर्ण बन गया था लेकिन आखिर में शाहरुख की बेटी सुहाना केकेआर के लिए भाग्यशाली साबित हुई। सुहाना जिस मैच में भी मौजूद रही उसमें केकेआर को जीत मिली।

केकेआर को आखिरी दो ओवर में 20 रन चाहिए थे। कैलिस की मांसपेशी खिंचने और उनके बेन हिल्फेनहास की गेंद पर आउट होने से चेन्नई की उम्मीदें जग गई। जब वह डगआउट में लौट रहे थे तब केकेआर को सात गेंद पर 16 रन की दरकार थी लेकिन हिल्फेनहास की नोबाल और शाकिब अल हसन (सात गेंद पर नाबाद 11) के चौके से स्थिति सुधर गई।
 
अब आखिरी ओवर में नौ रन की दरकार थी तथा मनोज तिवारी (तीन गेंद पर नाबाद नौ रन) ने ड्वेन ब्रावो की तीसरी और चौथी गेंद पर चौका जड़कर शाहरुख एंड कंपनी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया।

वैसे, केकेआर की जीत की नींव बिस्ला और कैलिस ने रखी। हरियाणा के रहने वाले 27 वर्षीय बिस्ला ने कप्तान गौतम गंभीर (चार गेंद पर दो रन) के पहले ओवर में ही आउट होने के बाद कुछ दर्शनीय शॉट लगाकर केकेआर के दर्शकों को निराश नहीं होने दिया। हिल्फेनहास ने गंभीर के बल्ले और पैड के बीच से गेंद निकालकर उनका ऑफ स्टंप उखाड़ दिया था।

पहले तीन ओवर में केवल 16 रन बने। यहां से बिस्ला ने केकेआर की उम्मीदों को पंख लगाए। उन्होंने एल्बी मोर्कल के ओवर में चार चौके जड़कर शुरुआत की और फिर रविचंद्रन अश्विन का दो छक्कों से स्वागत किया। वह अलग बात है कि इसी ओवर में 38 रन के निजी योग पर हिल्फेनहास ने उनका मुश्किल कैच छोड़ा।

बिस्ला ने ड्वेन ब्रावो को स्वागत भी मिडऑफ पर छक्का लगाकर किया। उन्होंने केवल 27 गेंद पर अपने करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया और फिर ब्रावो के अगले ओवर में पहले चौका और फिर छक्का जमाया। इससे केकेआर दसवें ओवर तक सैकड़ा पूरा कर गया।

बिस्ला ने अश्विन पर तीसरा छक्का लगाकर अपना पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर (75 रन) पार किया। अगले दो ओवर में केवल 16 रन बने जिससे रनों और गेंदों के बीच का अंतर बढ़ गया। बिस्ला ने ऐसे में मोर्कल की ऑफ स्टंप से बाहर की उठती गेंद को प्वाइंट के ऊपर से मारने के प्रयास में कैच थमा दिया।

लक्ष्मीरतन शुक्ला (3) भी आते ही डगआउट में पहुंच गए लेकिन कैलिस ने दूसरे छोर से रन बनाना जारी रखा। उन्होंने शादाब जकाती पर दो चौके जड़कर अर्धशतक पूरा किया और फिर ब्रावो की दो गेंदों को चौके और छक्के लिए भेजा। अश्विन ने यूसुफ पठान (1) को आउट करके फिर से मैच रोमांचक बनाने की कोशिश की।

इससे पहले विजय और हसी ने 87 रन की साझेदारी करके टीम के लिए बढ़िया नींव रखी। ब्रेट ली और शाकिब अल हसन दोनों पहला ओवर किफायती करने के बाद अगले ओवर में पिट गए जिसके बाद गौतम गंभीर को अपने तुरूप के सुनील नारायण को गेंद सौंपनी पड़ी। ली छठा ओवर करने आए जिसमें विजय और हसी दोनों ने छक्के जमाये। इससे चेन्नई तीन ओवर में केवल दस रन बनाने के बावजूद पावरप्ले के छह ओवर में 54 रन जुटाने में सफल रहा।

विजय और हसी ने अगले चार ओवर में 32 रन बनाकर दस ओवर तक चेन्नई का स्कोर 86 रन पर पहुंचाया। रजत भाटिया ने अगले ओवर में धीमी गेंद पर विजय को आउट करके कोलकाता को बड़ी राहत दी। विजय ने उनकी गेंद स्क्वायर लेग पर भेजनी चाही लेकिन वह सही तरह से उनके बल्ले पर नहीं आई और शाकिब ने डाइव लगाकर उसे कैच में बदल दिया। विजय ने चार चौके और एक छक्का लगाया।

रैना ने कैलिस की गेंद डीप मिडविकेट पर छह रन के लिए भेजकर 12वें ओवर में चेन्नई का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। गंभीर ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किये लेकिन नारायण को अगला स्पैल देने में उन्होंने देरी लगाई। इस बीच उनका यूसुफ पठान को गेंद सौंपने का फैसला गलत साबित हुआ। रैना ने उन पर दो चौके और एक छक्का जमाया। इसी ओवर में हसी ने 38 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया। रैना ने ली की शॉर्ट पिच गेंद पर छक्का जमाने के बाद नारायण को भी नहीं बख्शा। उन्होंने इस रहस्यमयी स्पिनर की गेंद को भी डीप मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजकर केवल 27 गेंद पर अपना पचासा पूरा किया। कैलिस ने हालांकि अगले ओवर में हसी को बोल्ड करके इन दोनों के बीच साझेदारी 73 रन से आगे नहीं बढ़ने दी। हसी की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।

धौनी (नौ गेंद पर 14 रन) ने कैलिस पर दो चौकों से शुरुआत की जबकि रैना ने फिर से नारायण की गेंद पर छक्का लगाया। उन्होंने पारी की आखिरी गेंद को भी डीप मिडविकेट पर छक्के के लिए भेजने के प्रयास में कैच थमाया।

 

 

 

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