इशरत फर्जी मुठभेड़ को सही ठहराने की कोशिश कर रही है BJP: कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुंबई हमलों से जुड़े डेविड कोलमैन हेडली के तथाकथित बयान के आधार पर इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ को सही ठहराने की कोशिश कर रही है।...
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुंबई हमलों से जुड़े डेविड कोलमैन हेडली के तथाकथित बयान के आधार पर इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ को सही ठहराने की कोशिश कर रही है। लेकिन देश का कानून और संविधान इसकी इजाजत नहीं देते हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक हेडली ने कथित तौर पर कहा है कि इशरत जहां के लश्कर-ए-तैयबा से संबंध थे। सरकार चाहे तो इसकी सच्चाई की जांच कर सकती है उसे कोई रोक नहीं रहा है लेकिन एक बयान के आधार पर जून 2004 में अहमदाबाद में हुई फर्जी मुठभेड़ को जायज नहीं ठहराया जा सकता है।
तिवारी ने कहा कि निचली अदालत ने इशरत जहां और उनके साथियों के साथ मुठभेड़ को फर्जी ठहराया था। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी और हाईकोर्ट की देखरेख में सीबीआई ने दो साल तक इस मामले की जांच की थी।
सीबीआई की जांच में भी इसे फर्जी पाया गया और इसमें शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया। अब मोदी सरकार और भाजपा हेडली के बयान के आधार पर फर्जी मुठभेड़ को सही ठहराने की कोशिश कर रही है लेकिन भारत का संविधान और कानून इसकी अनुमति नहीं देता है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति आतंकवादी है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उसे गिरफ्तार करके उसके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिये। पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। यह देश कानून और संविधान से चलता है लेकिन मोदी सरकार और भाजपा का देश के कानून और संविधान में विश्वास नहीं है।