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चीन का ‪Chengdu J-20 तैयार, पढ़िए टॉप-5 फाइ‬टर प्लेन के बारे में

चीन ने अपनी धरती पर मंगलवार को अब तक के सबसे बड़े जमावड़े 'एयरशो चाइना' में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और स्टील्थ फाइटर जेट ‪‪Chengdu J-20 का पहली बार सार्वजनिक प्रदर्शन किया। पिछले कुछ...

चीन का ‪Chengdu J-20 तैयार, पढ़िए टॉप-5 फाइ‬टर प्लेन के बारे में
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 01 Nov 2016 08:33 PM
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चीन ने अपनी धरती पर मंगलवार को अब तक के सबसे बड़े जमावड़े 'एयरशो चाइना' में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और स्टील्थ फाइटर जेट ‪‪Chengdu J-20 का पहली बार सार्वजनिक प्रदर्शन किया। पिछले कुछ सालों में चर्चा में j-20 की तुलना अमेरिकी बमबर्षक विमान F-22 Raptor से की जा रही है। अमेरिका के बाद अब चीन दूसरा देश है जिसका पास खुद का स्टील्थ फाइटर जेट है। कहा जा रहा है कि 2018 तक चीन का यह फाइटर जेट वायुसेना में शामिल हो जाएगा।

पिछले दो दशकों में दुनिया में जितने भी युद्ध हुए हैं उनमें लड़ाकू विमानों की भूमिका बेहद अहम रही है। दुनिया में कुछ ऐसे खतरनाक फाइटर जेट हैं जो पलक झपकते ही दुश्मन को नेस्तनाबूद कर देते हैं। लड़ाकू विमान का काम जमीनी युद्ध के दौरान हवाई हमले कर थलसेना की मुश्किल आसान करनी होती है। Livehindustan.com आज आपको ऐसे ही दुनिया के खतरनाक 7 फाइटर प्लेन के बारे में बताना जा रहा है।

1. F-22 Raptor, अमेरिका

दुनिया के सबसे विध्वंसक फाइटर प्लेन की लिस्ट में पहले स्थान पर अमेरिका का F-22 Raptor लड़ाकू विमान है। यह विमान बेहद उन्नत स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस है, जिसके कारण इसे पकड़ पाना बहुत कठिन है। लॉकहीड मार्टिन कंपनी इस विमान को अमेरिकी वायुसेना के लिए बना रही है। यह एक तरीके हवा में उडने वाले अदृश्‍य रडारों में एक है। यह आज की तारीख में सबसे ज्‍यादा महंगा लड़ाकू विमान है। रैप्‍टर का इंजन इसे काफी लंबी दूरी में ले जाने में सक्षम है। इसे हवा में कंट्रोल करने के लिये एक फायर वायर सिस्‍टम लगाया गया है। इसकी स्पीड 2450 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसकी रेंज 2965 किलोमीटर तक है। 

2. Sukhoi t 50, रूस-भारत

सुखोई टी-50 विमान रूस का पांचवीं पीढ़ी का पहला लड़ाकू विमान है। अमेरिका के एफ-35 तथा एफ-22 लड़ाकू विमान और चीन के चेंगदू जे-20 लड़ाकू विमान से सिर्फ इसकी तुलना की जाती है। रूस के रक्षा मन्त्रालय के अधिकारियों का कहना है कि छह टी-50 लड़ाकू विमानों का इन दिनों परीक्षण किया जा रहा है। इन लड़ाकू विमानों को 2017 में रूसी वायुसेना में शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि इस विमान को साझे रूप से बनाने के लिए रूस ने भारत पर खर्चे को 5.5 अरब डॉलर से घटाकर 3.7 अरब डॉलर कर दिया है। रूस ने भारत को कहा है कि वह सुखोई कंपनी से यह विमान तुरंत खरीद सकता है। टी-50 के नाम से ही पश्चिमी देशों के पसीने छूटने लगते हैं, क्योंकि इसके आते ही भारत और रूस पूरी तरह से लड़ाकू विमानों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएंगे, जो किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आते। 

3. Chengdu J-20, चीन

जे-20 2100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है। हथियारों के साथ इसका वजन करीब 32 हजार होता है। इसकी कुल लंबाई 20 मीटर है। इसमें एक ही पायलट की जगह है। जे-20 कम और लंबी दूरी की एयर टू एयर मिसाइल दाग सकता है। 

4. Dassault Rafale, फ्रांस

Rafale हवा से हवा के साथ हवा से जमीन पर हमले के साथ परमाणु हमले में सक्षम है। बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान के साथ हवा से हवा में मिसाइल दाग सकता है।विमान में ऑक्सीजन जनरेशन सिस्टम, लिक्विड ऑक्सीजन भरने की जरूरत नहीं। इलेक्ट्रानिक स्कैनिंग रडार से थ्रीडी मैपिंग कर रियल टाइम में खोज लेता है पोजीशन।

नजदीकी मुकाबले के दौरान एक साथ कई टारगेट पर रख सकता है नजर। जमीनी सैन्य ठिकाने के साथ विमानवाहक पोत से भी उड़ान भर सकता है। 2130 किलोमीटर प्रतिघंटा है रफ्तार। 3700 किमी की रेंज राफेल की। 36 से 55-60 हजार फीट तक उड़ान में सक्षम। दो इंजन वाला यह फाइटर प्लेन सिर्फ 01 मिनट में 55-60 हजार फीट पर पहुंच जाता है। लंबे इंतजार के बाद सितंबर महीने में भारत-फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों के लिए करीब 59,000 करोड़ की डील पर सहमित बनी है।

5. Eurofighter Typhoon, यूरोप

यूरोफाइटर टाइफून यूरोप की सबसे एडवांस फाइटर जेट है। इसमें 6 विध्वंसक मिसाइल एक साथ ले जाने की क्षमता है। रक्षा विशेषज्ञों का दावा है कि स्टील्थ फाइटर नहीं होने के बावजूद यह अमेरिका के F-22 Raptor का सामना आसानी से कर सकता है। इसकी स्पीड 2495 किलोमीटर प्रतिघंटा है। जबकि इसकी रेंज 3,70 किलोमीटर है। इसका वजन 11 हजार किलो है और इसकी लंबाई 16 मीटर है। 

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