सीबीआई ने कोयला घोटाले में नया मामला दर्ज कर छापेमारी की
सीबीआई ने कोयला ब्लॉकों के आवंटन घोटाला मामले में सोमवार को पांच महीने बाद सक्रियता दिखाते हुए झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड (जेआईपीएल) कंपनी के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया और छापेमारी...
सीबीआई ने कोयला ब्लॉकों के आवंटन घोटाला मामले में सोमवार को पांच महीने बाद सक्रियता दिखाते हुए झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड (जेआईपीएल) कंपनी के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया और छापेमारी की।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने जेआईपीएल, इसके अध्यक्ष आर एस रूंगटा, प्रबंध निदेशक आर सी रूंगटा समेत कंपनी के अन्य निदेशकों के खिलाफ आपराधिक साजिश एवं ठगी के आरोप लगाये हैं।
कंपनी ने इस संबंध में उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए भेजे कई ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया। सूत्रों ने बताया कि जेआईपीएल ने कथित तौर पर पकरी बारवडी पश्चिम एवं गोंडल पारा कोयला ब्लॉकों के आवेदन पत्र में दो झूठे दावे किये। उनके अनुसार कंपनी ने अपनी जमीन और सक्रिय इस्पात संयंत्रों की गलत जानकारी दी।
एजेंसी ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि कंपनी ने जनवरी 2006 के अपने आवेदन पत्र में उसके पास तीन सक्रिय इस्पात संयंत्र होने का दावा किया, लेकिन इसके पास सिर्फ एक संयंत्र था।
कंपनी ने कथित तौर पर यह दावा भी किया कि उसके पास 80 एकड़ जमीन है, जबकि इसके पास वास्तव में 30 एकड़ ही जमीन थी और उनका मालिकाना हक भी स्पष्ट नहीं है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एजेंसी ने दिल्ली एवं गाजियाबाद समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 11 जगहों, झारखंड में रांची एवं हजारीबाग, उत्तर प्रदेश में वाराणसी और पश्चिम बंगाल में कोलकाता में छापेमारी की।
उन्होंने बताया कि कंपनी के रामगढ़ स्थित कार्यालयों, इसके निदेशकों के आवास एवं कार्यालयों समेत कई अन्य जगहों पर छापेमारी की गयी। सूत्रों ने बताया कि कंपनी को गत 13 जनवरी, 2006 को स्पंज लोहा संयंत्र के लिए उत्तर ढाडू कोयला ब्लॉक आवंटित किया गया था।
सीबीआई कोयला घोटाले में अब तक 10 प्राथमिकियां दर्ज कर चुकी है, जिसमें आज की प्राथमिकी भी शामिल है। इससे पहले एजेंसी ने अक्टूबर 2012 में आखिरी बार प्राथमिकी दर्ज की थी।