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धौनी को कप्तानी से हटाने की मांग तेज

इंग्लैंड के हाथों सोमवार को सीरीज में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को बर्खास्त करने की मांग तेज हो...

धौनी को कप्तानी से हटाने की मांग तेज
Mon, 17 Dec 2012 09:28 PM
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इंग्लैंड के हाथों सोमवार को सीरीज में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को बर्खास्त करने की मांग तेज हो गई। महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के अलावा कई पूर्व क्रिकेटर जैसे पूर्व मुख्य चयनकर्ता के श्रीकांत, अतुल वासन और अब्बास अलीग बेग उन्हें हटाने की बात कर रहे हैं। पिछले 18 महीनों में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद ये लोग टेस्ट कप्तान बदलना चाहते हैं और उनकी जगह विराट कोहली का नाम सुझाया जा रहा है।

इंग्लैंड ने नागपुर में चौथा और अंतिम टेस्ट ड्रा कराके 2-1 की जीत के साथ भारत में 28 बरस बाद टेस्ट सीरीज जीती। गावस्कर ने इसके बाद कहा कि समय आ गया है कि चयनकर्ता भविष्य पर ध्यान दें क्योंकि धौनी सीरीज में लय में नहीं दिखे। पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने कहा कि इस टेस्ट के चौथे दिन तक मैं कहता रहा कि महेंद्र सिंह धौनी का कोई विकल्प नहीं है लेकिन विराट के मुश्किल हालात में शतक जड़ने के बाद मुझे लगता है कि उसने अपने बारे में अच्छी चीज खोज ली है। मुझे लगता है कि वह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है।

गावस्कर ने कहा कि मुझे लगता है कि इसकी ओर सकारात्मक तरीके से देखा जाना चाहिए क्योंकि यहीं भविष्य है। श्रीकांत का मानना है कि धौनी कप्तानी के भार के बिना ज्यादा बेहतर साबित हो सकता है। श्रीकांत ने कहा कि धौनी की कप्तानी नीरस हो गई है और वह नहीं जान पा रहा है कि जब चीजें हाथ से छूट रहीं हैं तो क्या करना है। उसे अब से टेस्ट कप्तान नहीं होना चाहिए। अगर मैं चयनकर्ताओं का अध्यक्ष होता तो मैं धौनी को विकेटकीपर और बल्लेबाज के रूप में टीम में चुनता।
 
श्रीकांत ने कहा कि मैं धौनी को विकेटकीपर और बल्लेबाज इसलिए चुनता क्योंकि उसका क्रिकेट को दिया गया योगदान काफी अहम है। मुझे लगता है कि अगर वह कप्तानी नहीं करेगा तो टीम को ज्यादा बेहतर योगदान दे सकता है। पूर्व क्रिकेटर अब्बास अली बेग ने भी कप्तानी में बदलाव की मांग की और कहा कि कोहली को यह जिम्मेदारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें भविष्य के बारे में सोचना होगा और इसी के अनुसार योजना बनानी होगी।

धौनी को 2007 विश्व टवेंटी20 चैम्पियनशिप जीतने के बाद कैप्टन कूल पुकारा जाने लगा, लेकिन पिछले दो साल में विदेशी सरजमीं पर टेस्ट में खराब प्रदर्शन से उन पर सवाल उठने लगे। इंग्लैंड के हाथों घरेलू सीरीज गंवाने से, मध्यक्रम बल्लेबाज राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के संन्यास लेने के बाद भारत की बल्लेबाजी खामियां उजागर हो गईं।

धौनी ने कोलकाता टेस्ट में मिली हार के बाद कहा था कि मेरे लिए सबसे आसान चीज यह कहना होगी कि मैं कप्तानी छोड़ना चाहता हूं और इस टीम का हिस्सा बने रहना चाहता हूं। लेकिन यह जिम्मेदारी से भागने की बात होगी। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दूसरे ही इस पर फैसला करेंगे। बीसीसीआई और प्रशासनिक लोग जो कप्तानी देखते हैं। पिछले दो साल में भारत का टेस्ट मैचों में जीतने का प्रतिशत 33.33 का है। इस दौरान खेले गए 22 टेस्ट में भारत ने महज सात जीते हैं, 10 में टीम को हार मिली है और पांच ड्रा रहे हैं। दिलचस्प बात है कि टीम कुछ समय पहले आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज थी। इन जीत में से ज्यादातर पांच जीत घरेलू सरजमीं पर मिली हैं। धौनी की अगुवाई में विदेशी सरजमीं पर टीम ने 13 में से आठ गंवाए हैं और पिछले दो साल में केवल दो जीत दर्ज की हैं।

पूर्व भारतीय स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने भी धौनी को कप्तानी से हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि धौनी को खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए कि वह अब भी वहां (कप्तान) है। अगर टाइगर पटौदी या सुनील गावस्कर ने इतने टेस्ट गंवा दिए होते तो वे इतने लंबे समय तक नहीं टिके रहते। बेदी ने कहा कि उसने कप्तान बने रहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया है। उसे विश्व कप जीत के बाद ही हटा देना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि वह टेस्ट कप्तान नहीं है। आपको ऐसे कप्तान की जरूरत होती है जो अंतिम एकादश में अपने स्थान का दावेदार हो। मुझे बताइये कि उसके 99 रन टीम के किसी काम के थे।

बेदी का मानना है कि कोहली को टीम की कमान सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आप ऐसा नहीं कह सकते कि हम किसी अन्य खिलाड़ी को कप्तान नहीं बना सकते मैं विराट कोहली को कप्तान बनाऊंगा। उसके पास तेज क्रिकेटिया दिमाग है। आपको युवाओं पर भरोसा करना होगा। यह युवा खिलाड़ियों का खेल है। हम लंबे समय से उम्रदराज खिलाड़ियों को ढो रहे हैं।

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