रोमिंग फ्री करने पर सार्वजनिक विमर्श शुरू करेगा ट्राई
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) देशभर में नि:शुल्क रोमिंग सुविधा लागू करने के लिए जल्द सार्वजनिक विचार-विमर्श शुरू...
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) देशभर में नि:शुल्क रोमिंग सुविधा लागू करने के लिए जल्द सार्वजनिक विचार-विमर्श शुरू करेगा। ट्राई के चेयरमैन राहुल खुल्लर ने शुक्रवार को फिक्की द्वारा आयोजित टेलीकाम इंडिया 2012 सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि इन मसलों पर अभी निर्णय होना है। राष्ट्रीय रोमिंग मुफ्त हो, यह दर संबंधी मुद्दा है। यह ऐसा मसला है, जिस पर ट्राई निर्णय लेने में सक्षम है।
खुल्लर ने कहा कि जल्द आप देखेंगे कि हम इस दिशा में पहला कदम लेंगे। इस मसले पर किसी तरह के अंतिम निर्णय से पहले सार्वजनिक विचार विमर्श किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या ट्राई को इस बारे में दूरसंचार विभाग (डॉट) से कुछ भेजा गया है, खुल्लर ने कहा कि मुफ्त रोमिंग राष्ट्रीय दूरसंचार नीति—2012 के तहत घोषित की गई है।
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने सितंबर में कहा था कि मोबाइल फोन धारकों को एक देश, मुफ्त रोमिंग के लागू होने के बाद रोमिंग शुल्क नहीं देना होगा। सरकार को उम्मीद है कि वह देश में मुफ्त रोमिंग अगले साल लागू कर पाएगी।
राष्ट्रीय दूरसंचार नीति—2012 को मई में मंजूरी दी गई थी। इसका उद्देश्य रोमिंग शुल्क को समाप्त करना और मोबाइल फोन धारकों को देशभर में बिना अतिरिक्त शुल्क के एक ही नंबर के इस्तेमाल की सुविधा प्रदान करना है।