रिहा भारतीय मूल के डॉक्टर ने जताया आभार
एक जोखिम भरे अभियान के तहत अफगानिस्तान में तालिबान के चुंगल से छुड़ाए गए भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर दिलीप जोसेफ ने, अपनी जान बचाने के लिए अमेरिका और अफगान बलों का आभार...
एक जोखिम भरे अभियान के तहत अफगानिस्तान में तालिबान के चुंगल से छुड़ाए गए भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर दिलीप जोसेफ ने, अपनी जान बचाने के लिए अमेरिका और अफगान बलों का आभार जताया।
कोलोराडो स्थित अपने घर लौटने के बाद जोसेफ ने एक बयान में कहा कि मैं अमेरिकी और अफगान बलों का आभार जताना चाहता हूं जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर मुझे बचाया।
उन्होंने कहा कि मैं उनकी तरीफ करना चाहता हूं और इस अभियान की सफलता के लिए उनके एक जवान के बलिदान के महत्व की सराहना करता हूं। इस सेवा, प्रतिबद्धता और साहस के लिए मेरी संवेदनाएं उस नायक के परिवार के साथ हैं। मेरे लिए, अपने परिवार के लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए वह एक विरासत के रूप में मौजूद रहेंगे।
जोसेफ ने कहा कि मैं पिछले कई साल से अफगानिस्तान जाता रहा हूं ताकि वहां के लोगों के लिए काम कर सकूं। अभी भी अफगानिस्तान के लिए मेरे दिल में बहुत सम्मान है और मैं वहां शांति और स्थिरता की कामना करता रहूंगा।
जोसेफ अफगानिस्तान में एक अमेरिकी गैर सरकारी संगठन के चिकित्सा केंद्र में स्थानीय डाक्टरों और दाइयों को शिक्षित करने और तैयार करने का काम कर रहे थे। तालिबान ने गत पांच दिसंबर को दो और सहयोगियों के साथ उनका अपहरण कर लिया था। उनके सहयोगियों को अपहरणकर्ताओं ने बातचीत के बाद तीन दिनों के भीतर रिहा कर दिया था।