इस बार घर की सांता हैं आप
तमाम व्यस्तताओं के बीच खुशियां मनाने और अपने रिश्तों को गर्माहट देने का समय आ गया है। ऐसे में जब क्रिसमस पास हो तो क्यों न इस बार कुछ खास अंदाज में आप ही बन जाएं अपने घर की...
तमाम व्यस्तताओं के बीच खुशियां मनाने और अपने रिश्तों को गर्माहट देने का समय आ गया है। ऐसे में जब क्रिसमस पास हो तो क्यों न इस बार कुछ खास अंदाज में आप ही बन जाएं अपने घर की सांता। कैसे, बता रही हैं प्रीति सेठ
एक औरत के कंधों पर न जाने कितनी जिम्मेदारियों का बोझ होता है। उसे न केवल पति को, बल्कि उससे जुड़े हर व्यक्ति को, अपने बच्चों को, रिश्ते-नातेदारों व परिचितों को खुश रखने के साथ अपने कार्यक्षेत्र की जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाना होता है। बचपन से ही हर बच्चा जानता है कि उसकी हर इच्छा पूरी करने क्रिसमस पर सांता क्लॉज आएंगे और उसकी इच्छा को पूरा कर उसे उत्साहित कर देंगे। कुछ-कुछ ऐसे ही स्वरूप की कल्पना घर की औरत से की जाती है। अब वह समय आ गया है, जब आप कुछ ऐसा कर सकती हैं कि संबंध तो तरोताजा हों ही, थोड़े-बहुत परिवर्तनों से मूड भी बदल जाए।
हैरत में डालने की योजना बनाएं
एक जैसी चलती जिंदगी में अब वह वक्त आ गया है, जब आप कुछ ऐसा प्लान करें, जो सामने वाले को और घर के सदस्यों को हैरान कर दे। इसमें कोई पार्टी हो सकती है, कोई पिकनिक या पार्टी हो सकती है या एक या दो दिन की आउटिंग का प्लान। आप कुछ विशिष्ट मेहमानों को न्योता देकर भी घर का माहौल खुशगवार कर सकती हैं।
तोहफे के बारे में विचारें
कभी-कभी समय-असमय दिए गए उपहार संबंधों में प्रगाढ़ता लाते हैं। इस समय तो मौका भी है, दस्तूर भी। अचानक मिले तोहफे की खुशी ही अलग होती है। इसमें कीमत से ज्यादा भावनाओं का महत्व है। हैंड पेंट करके कॉफी मग, स्वयं बनाया पेन होल्डर या पुरानी यादों को ताजा करने वाली तस्वीरों से बनाया कोलाज हमेशा जीवंतता बनाए रखने वाले उपहार हो सकते हैं। और कुछ न हो तो पसंदीदा व्यंजन बना सकती हैं। घर में नया कटलरी या डिनर सेट ला कर सबको अचंभित कर सकती हैं। हर व्यक्ति को लेटेस्ट डिजाइन की क्रॉकरी और कटलरी का इस्तेमाल अच्छा लगता है। गार्डनिंग टूल्स या कुकरी व किचनवेयर में भी यदि रुचि है तो ये अच्छे उपहार हो सकते हैं।
संबंधों पर दें ध्यान
रिश्ते कितने भी नए हों या पुराने या मजबूत, इन्हें पैंपर करना सभी को अच्छा लगता है। सुनने पर शायद यकीन न हो, लेकिन थोड़ी-बहुत पजेसिवनेस कुछ स्त्रियों व पुरुषों को अच्छी लगती है। उनका मानना है कि जो रिश्तों को लेकर संवेदनशील हैं, वे पजेसिव होंगे ही। इसी प्रकार थोड़ा लाड़-प्यार, मनुहार रिश्तों को जीवंत बनाने में सजीव भूमिका निभाते हैं।
सब खुश तो हम भी खुश
यदि आप कुछ अच्छा करती हैं तो आपको न केवल संतोष मिलेगा, बल्कि घर का हर सदस्य इससे खुश होगा। सब खुश तो आप खुद खुश हो जाएंगी। आखिर सांता का भी तो यही काम होता है, सबके चेहरों पर खुशियां लाना।