राष्ट्रपति भवन की तरफ प्रदर्शन ठीक नहीं: शिंदे
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सोमवार को कहा कि सरकार शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किए जाने के खिलाफ नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ना उचित नहीं है। दिल्ली में गैंगरेप की घटना के...
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सोमवार को कहा कि सरकार शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किए जाने के खिलाफ नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ना उचित नहीं है। दिल्ली में गैंगरेप की घटना के बाद से प्रदर्शन जारी है और गृहमंत्री के मुताबिक वह छात्रों के प्रतिनिधियों से रोज मुलाकात कर रहे हैं।
शिंदे ने एक चैनल से कहा कि मैं लोगों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को स्वीकार करता हूं, इसमें कोई समस्या नहीं है क्योंकि यह लोगों का अधिकार है, लेकिन विजय चौक पर जमा होना और नाकेबंदी को तोड़ कर राष्ट्रपति भवन की तरफ मार्च करना गलत है। राष्ट्रपति भवन देश का प्रतिष्ठित स्थान है। गृहमंत्री के मुताबिक इस प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व घुस आए हैं।
शिंदे ने कहा कि गृह मंत्रालय इस सम्बंध में प्रधानमंत्री को प्रतिदिन जानकारी मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा एक काउंस्टेबल गम्भीर रूप से घायल है और अन्य 18 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। 3,000 लोगों में उन असामाजिक तत्वों को नहीं पहचाना जा सकता।
प्रदर्शनकारियों को शांत कराने में विफल रहने की आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा कि गृहमंत्री से यह कहना आसान है कि इंडिया गेट जाइए और प्रदर्शनकारियों से बात कीजिए। कल अगर कोई दूसरी पार्टी प्रदर्शन करती है तो फिर गृहमंत्री को वहां क्यों नहीं जाना चाहिए? कल भाजपा प्रदर्शन करेगी, नक्सलवादी हथियार लेकर प्रदर्शन करेंगे।
शिंदे ने कहा कि आपको सरकार की भूमिका समझनी चाहिए। सरकार को कहीं नहीं जाना चाहिए। सरकार क्यों कहीं भी जाए। गृहमंत्री ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के हटाने की मांग को खारिज कर दिया। उनके मुताबिक स्थिति शांत हो जाने पर वह इसकी समीक्षा करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इस पर कारवाई करूंगा और किसी को बख्शा नहीं जाएगा। मुझे ऐसी सूचना मिली है कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को भी निलम्बित किया गया है। घटना वाली रात पांच में से तीन सीसीटीवी काम नहीं कर रहे थे। इनमें से एक से निकाले गए वीडियो को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है और इसके अनुसार ही अगली सुबह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
सरकार ने राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार इन विषयों पर काफी गम्भीर है। आरोपियों को फौरन गिरफ्तार किया गया और हमने यह मामला फास्ट ट्रैक के तहत निपटाने की बात कही है। हम दैनिक आधार पर इस तरह के मामले पर सुनवाई करवा रहे हैं।
शिंदे का कहना है कि सरकार ऐसे मामले की दैनिक सुनवाई करवाने की व्यवस्था करेगी। इसके साथ ही दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से प्रत्येक पुलिस स्टेशन पर होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा अधिकारियों को तैनात करवाने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि मैंने मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को उनके राज्य में हुई दुष्कर्म की घटनाओं और इस पर की गई कारवाई के आंकड़े प्रस्तुत करने के लिए चार जनवरी को एक बैठक बुलाई है। इसमें थोड़ा वक्त लगता है, यह तुरंत नहीं हो सकता।