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जायज मांगः कैंसर डॉक्टरों ने कहा, अहितकर वस्तुओं की सूची में हो बीड़ी

सौ से अधिक कैंसर अस्पतालों के जाने माने कैंसर रोक विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जीएसटी व्यवस्था के तहत बीड़ी को अहितकर वस्तुओं की सूची में डालने की अपील की है और कहा है कि यह सस्ता तंबाकू...

जायज मांगः कैंसर डॉक्टरों ने कहा, अहितकर वस्तुओं की सूची में हो बीड़ी
एजेंसीSat, 22 Apr 2017 09:31 PM
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सौ से अधिक कैंसर अस्पतालों के जाने माने कैंसर रोक विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जीएसटी व्यवस्था के तहत बीड़ी को अहितकर वस्तुओं की सूची में डालने की अपील की है और कहा है कि यह सस्ता तंबाकू उत्पाद देश में धूम्रपान से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है।
   
सरकारी वित्तपोषित नेशनल कैंसर ग्रिड के तत्वाधान में कैंसर चिकित्सकों एवं 108 कैंसर अस्पतालों की यह मांग यहां सोमवार को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक से पहले आई है। इस बैठक में नुकसान पहुंचाने वाली अहितकर वस्तुओं समेत विभिन्न वस्तुओं की जीएसटी दरें तय होने की संभावना है।  

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में वस्तुओं और सेवाओं को जीएसटी व्यवस्था के तहत पांच स्लैबों में रखने को अंतिम रूप दिये जाने की संभावना है। यह आह्वान मीडिया की इस खबर के बाद आया है कि सरकार तंबाकू किसानों के हितों की रक्षा के लिए बीड़ी को अहितकर वस्तुओं और अतिरिक्त उपकर सूची से बाहर रख सकती है। 

टाटा मेमोरियल सेंटर की अगुवाई वाले 108 कैंसर सेंटरों के चिकित्सकों ने मोदी को भेजे पत्र में वस्तु एवं सेवाकर व्यवस्था में बीड़ी पर निम्न कर लगाने की गंभीर विसंगति को समाप्त करने का अनुरोध किया है क्योंकि अकेले बीड़ी पीने से हर साल छह लाख लोगों की जान चली जाती है या कैंसर से होने वाली मोतों में 60 फीसदी की वजह तंबाकू है। 

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