VIDEO & PHOTOS: उत्तराखंड में आग का कहर, अब तक 213 घटनाएं, सेना को लगाया
उत्तराखंड के जंगलों में लगातार आग धधक रही है। मौसम की बेरुखी इसे और भी विकराल बना रही है। घरों के पास तक पहुंची आग से लोगों में दहशत बनी हुई है। इस सीजन में अब तक आग की 213 घटनाएं हो चुकी...
उत्तराखंड के जंगलों में लगातार आग धधक रही है। मौसम की बेरुखी इसे और भी विकराल बना रही है। घरों के पास तक पहुंची आग से लोगों में दहशत बनी हुई है। इस सीजन में अब तक आग की 213 घटनाएं हो चुकी हैं।
पहाड़ में धधक रहे जंगलों में आग बुझाने के लिए सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी तैनात कर लिया है। रुद्रप्रयाग में सेना ने हाईवे के किनारे लगी आग को बुझाया। अब तक राज्य में 1890.79 हेक्टेयर जंगल जल चुका है।
राज्यपाल डॉं.केके पॉल ने आग की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए इसे काबू करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की तीन विशेषज्ञ टुकडियां लगाने के निर्देश दिए। इसके कुछ घंटे के बाद ये टीमें संवेदनशील जिलों के लिए रवाना भी हो गई है। राज्य में प्रतिदिन 250 से 300 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ रहा है। कुमाऊं मंडल में अब तक 514.26 हेक्टेयर जंगल जल चुका है।
अल्मोड़ा में एनडीआरएफ: राज्य के जिन जिलों के जंगलों में सर्वाधिक आग लगी हैं वहां एनडीआरएफ भी लगा दी है। अल्मोडम, पौड़ी और गौचर में इसकी एक-एक यूनिट भेज दी है। प्रत्येक यूनिट में 45 सदस्य शामिल हैं। पुलिस महानिरीक्षक (गढ़वाल) संजय गुंज्याल को इसका नोडल अफसर बनाया है, वे एनडीआरएफ, डीएम व सीसीएफ से समन्वय का करेंगे। वहीं एसडीआरएफ की एक टीम नैनीताल में लगाई गई है।
जंगलों की आग पर हाईकोर्ट ने तलब की रिपोर्ट
नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग को गंभीरता से लेते हुए सरकार से रिपोर्ट तलब की है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति केएम जोसफ और न्यायमूर्ति वीके बिष्ट की संयुक्त पीठ ने शुक्रवार को एक जनहित याचिका में सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिए। इस मामले में दो मई (सोमवार) को सुनवाई होगी। अल्मोड़ा में बंदरों के आंतक से निजात दिलाने के मामले में दायर एक जनहित याचिका की पैरवी कर रहे अधिवक्ता अकरम ने वनाग्नि से हो रही परेशानी का मामला संयुक्त पीठ के समक्ष रखा। वहीं बंदरों से निजात दिलाने की याचिका पर खंडपीठ ने केंद्र सरकार को दोबारा शपथपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है।
बागेश्वर में आग के धुएं से 210 बीमार
बागेश्वर/चम्पावत। जिला अस्पताल में शुक्रवार को 300 मरीजों की ओपीडी में 210 लोग आग की धुंध से बीमार पाए गए। अस्पताल के डॉक्टर पंकज पंत ने बताया कि एक सप्ताह से वातावरण में धुंए की धुंध फैली हुई है। धुएं से फेफड़ों की बीमार हो सकती है। यहां 90 प्रतिशत लोग धुएं से बीमार हैं। उन्होंने लोगों से सुबह घर से बाहर नहीं निकलने और अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी है। चम्पावत में रोजाना 10 से 15 मरीज आंखों की जलन की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉं. आरपी खण्डूड़ी ने बताया कि इसकी वजह आग से पैदा हुई धुंध भी हो सकती है। उन्होंने लोगों से कहा है कि आग की धुंध और धुंए से स्वांस के मरीजों को भी परेशानी हो सकती हैं। इससे बचने के लिए लोगों को आग से प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहना होगा।
डीएफओ ने कहा, खेत में आग लगाने से पहले अनुमति लें
बागेश्वर। डीएफओ एमबी सिंह ने जल रहे जंगलों पर काबू पाने के लिए सख्त नियम बना दिए हैं। अब खेत जलाने से पहले ग्रामीणों को वन विभाग से अनुमति लेनी होगी। यह निर्देश शासन से आए हैं। यदि बिना अनुमति के किसी ने भी खेत जलाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि खेतों की आग ही जंगलों तक पहुंच रही है। जिससे वनों को नुकसान हो रहा है।
परंपरागत साधनों से मुश्किल
बागेश्वर। वन कर्मचारी रेत तथा हरी झाडियों के इस्तेमाल से आग बुझा रहे हैं। बागेश्वर में वन विभाग के पास दो गाडियां हैं। सड़क के ईद-गिर्द आग बुझाने के लिए फायर सर्विस का सहारा लिया जाता है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आग बुझाने के कोई उपाय नहीं हैं। शाम को आग लगने से ज्यादा दिक्कत हो रही है। जिले में आग बुझाने के लिए 9.85 लाख रुपये शासन से दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जंगल में लग रही आग की घटनाओं को विभाग ने गंभीरता से लिया है। जिसके लिए युद्ध स्तर पर योजना तैयार कर जंगलों को आग से बचाया जा रहा है।
नाम बताओ, पांच हजार का इनाम पाओ : डीएम
नैनीताल। जिले के जंगलों में लगी आग को डीएम दीपक रावत ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने पूरे प्रशासनिक अमले को वनाग्नि के प्रति गंभीर रहने को कहा है। नैनीताल, धारी और कोश्याकुटौली के एसडीएम को केवल इसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं। वहीं अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी है।
जिले के 30 न्याय पंचायतों में वरिष्ठ अधिकारियों को बतौर पर्यवेक्षक नियुक्ति देकर लोगों को साथ लेकर आग की समस्या के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आग लगाने वाले की सूचना देने पर पांच हजार रुपये इनाम देने की बात कही। शुक्रवार को कलक्ट्रेट में पत्रकारों से वार्ता करते हुए डीएम ने बताया कि अभी तक लगभग 14 हेक्टेयर वन क्षेत्र आग की चपेट में आ चुका है। दो लोगों की जान गई है, जबकि एक महिला झुलसी गई हैं। जानवरों को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को मुआवजा दिलाया जाएगा।
गुर्जरों की तीन झोपडियां जली
हल्द्वानी। शुक्रवार को तराई पूर्वी वन प्रभाग के तहत आने वाली डोली रेंज में वन गूर्जरों के डेरे पर आग लग गई। आग के कारण वन गूर्जर शफी व गुलाम मोहम्मद की तीन झोपडियां जल गई। रेंजर आरसी जोशी ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे आग की सूचना मिली। वन टीम के साथ ही फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुलाया गया। आसपास के जंगल को किसी तरह का नुकसान नही हुआ है।
बागेश्वर में महिला पर केस दर्ज
बागेश्वर में वन विभाग ने एक महिला को आग लगाते हुए रंगेहाथ पकड़ने का दावा किया है। बताया गया है कि अनर्सा गांव निवासी लछीमा देवी गेहूं काटने के बाद खेतों में डंठलों में आग लगा रही थी। तेज हवा चलने पर इस आग से अनर्सा का आधा जंगल खाक हो गया। प्रभागीय वनाधिकारी एमबी सिंह ने बताया कि लछीमा देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।