Hindi Newsयूं मनाएं दीपावली, खुशी से मनेगा त्योहार
यूं मनाएं दीपावली, खुशी से मनेगा त्योहार
पौराणिक गाथाओं से लेकर भारतीय संस्कृति में दीपों के त्योहार दीपावली को सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, लेकिन आज के दौर में दीपावली का मतलब बम- पटाखों के अलावा कुछ नहीं रहा। लोग खुशियों का...
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 25 Oct 2016 07:16 PM
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पौराणिक गाथाओं से लेकर भारतीय संस्कृति में दीपों के त्योहार दीपावली को सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, लेकिन आज के दौर में दीपावली का मतलब बम- पटाखों के अलावा कुछ नहीं रहा। लोग खुशियों का इजहार बम-पटाखे फोड़कर करते हैं। दीपावली खुशियों का पर्व है, दीयों को जगमग करने का त्योहार है और सभी कड़वाहटों को मिटाकर अपनों के गले मिलने, बड़ों से आशीष लेने का दिन है। इसे पटाखों के शोर में गुम न होने दें। और यह बात आप अपने बच्चों को भी समझाएं।
यदि दिल न मानें, तो जरा संभलकर जलाएं पटाखे
- यदि आप अपने दिल को पटाखे न जलाने के लिए नहीं मना पा रही हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें, ताकि दुर्घटना की आशंका को कम किया जा सके और कम से कम प्रदूषण और शोर हो।
- पटाखे हमेशा खुली जगह पर ही छोड़ें और ध्यान रखें कि आस-पास पेट्रोल, डीजल, केरोसिन या गैस सिलिंडर जैसे ज्वलनशील पदार्थ न रखे हों। साथ ही पास में पानी से भरी एक बाल्टी जरूर रखें।
- आजकल मार्केट में कम कीमत और नकली पटाखों की कोई कमी नहीं है। पर, इनसे दुर्घटना की आशंका भी बढ़ती है, इसलिए हमेशा अच्छे ब्रांड वाले पटाखे ही खरीदें।
- बच्चों के लिए पटाखे खरीदते वक्त उनकी उम्र का भी ध्यान रखें। उनको ऐसे पटाखे बिल्कुल ना दिलवाएं जो उनकी उम्र के अनुकूल न हों। पटाखे छुड़ाते समय बच्चों के साथ रहें और उन्हें पटाखे जलाने का सुरक्षित तरीका बताएं।
- हमेशा पटाखों को लंबी लकड़ी या मोमबत्ती के इस्तेमाल से जलाएं। माचिस का प्रयोग तो बिल्कुल भी न करें और हो सके तो उन्हें थोड़ी दूरी पर रखकर ही जलाएं। पटाखों को दूर से जलाएं, चेहरा बचाकर आग लगाएं।
- कई लोग दो-तीन पटाखे एक साथ जलाते हैं। ऐसी स्थिति में आपका ध्यान बंट सकता है, इसलिए हमेशा एक बार में एक ही पटाखा जलाएं।
- अगर कोई पटाखा आग लगाने के बावजूद भी ना चले, तो उसको दोबारा जलाने की कोशिश न करें। उसे हाथ से न उठाएं और बेहतर होगा कि उसे पानी डाल कर बुझा दें।
- दीयों को जलाते वक्त और पटाखे छोड़ते समय नायलॉन और सिंथेटिक कपड़ों के बजाय सूती कपड़े पहनें। पटाखे छोड़ते वक्त जूते जरूर पहनें।